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World Food Day 2023 : बहुत छोटे स्तर पर भी प्रयास करके आसानी से मिल सकता है पौष्टिक-सुरक्षित आहार, विश्व खाद्य दिवस विशेष - october 16 special day

World Food Day : सुरक्षित भोजन के बेहतर उत्पादन व जन-जन तक पेटभर आहार उपलब्ध करने की दिशा में प्रयास करने और लोगों में स्वास्थ्य आहार की जरूरत के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है. World Food Day . Food Crisis . UNFAO . World Food Day 2023 . World Food Day 2023 Theme. Food Day .

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विश्व खाद्य दिवस कांसेप्ट इमेज

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 16, 2023, 10:22 AM IST

Updated : Oct 17, 2023, 7:07 AM IST

विश्व खाद्य दिवस : जरूरी मात्रा में पौष्टिक व सुरक्षित आहार स्वस्थ व निरोगी रहने के लिए बेहद जरूरी है. चिकित्सक व जानकार स्वस्थ रहने के लिए सभी उम्र व लिंग के लोगों को हमेशा जरूरी मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त आहार के सेवन की सलाह देते हैं. लेकिन कई बार आर्थिक कारणों से या कई बार अनाज की जरूरी मात्रा में उपलब्धता ना होने सहित कई कारणों के चलते बहुत से लोगों को जरूरी मात्रा में अन्न उपलब्ध नहीं हो पाता हैं. विश्व खाद्य दिवस एक ऐसा मौका है जो ना सिर्फ लोगों को अच्छी सेहत के लिए स्वस्थ आहार की जरूरत को लेकर जागरूक करने का मौका देता है बल्कि यह अवसर कृषि के माध्यम से आर्थिक उन्नति के लिए प्रयास करने और हर व्यक्ति के लिए अन्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने का मौका भी देता हैं.

World Food Day 2023 Theme :हर साल 16 अक्टूबर को World Food Day 2023 अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है. इस वर्ष यह आयोजन "जल ही भोजन है, जल ही जीवन है, किसी को भी पीछे न छोड़ें." थीम का साथ मनाया जा रहा है. World Food Day 2023 Theme Water is life water is food food Leave no one behind

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विश्व खाद्य दिवस का इतिहास और उद्देश्य
World Food Day 2023 के आयोजन के उद्देश्यों की बात करें तो सुरक्षित भोजन के उत्पादन और उसके इस्तेमाल को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाना ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए पेट भर भोजन की उपलब्धता के लिए प्रयास करना, आहार की बर्बादी रोकने के लिए प्रयास करना व इसके लिए जागरूकता फैलाना और कृषि के माध्यम से देशों की अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचाने के लिए आहार उत्पादन, विपणन तथा उसके आयात-निर्यात को लेकर संभावनाओं पर चर्चा व प्रयास करना भी इस आयोजन के मुख्य उद्देश्यों में शामिल है.

इस अवसर पर लोगों को सिर्फ सामुदायिक या बड़े समूहों में ही अन्न उत्पादन संबंधित दिशाओं में प्रयास करने के लिए प्रेरित नहीं किया जाता है बल्कि एकल परिवार जैसी छोटी इकाई को छोटी खेती या फिर किचन गार्डन जैसी खेती को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जाता है. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग बड़े या छोटे समूहों में अन्न उत्पादन के लिए प्रेरित हो सके और वे जरूरी मात्रा में स्वयं भी स्वस्थ आहार उगा सके व उनका इस्तेमाल कर सके.

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गौरतलब है कि World Food Day 2023 की स्थापना United Nations के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा वैश्विक भूख से निपटने और दुनिया भर में भूख को मिटाने का प्रयास करने के उद्देश्य को लेकर वर्ष 1979 में 16 अक्टूबर की गई थी. इससे पहले UN द्वारा भोजन को एक आम अधिकार के रूप में मान्यता दी गई थी. लेकिन हर व्यक्ति के लिए पेट भर स्वस्थ आहार की जरूरत को समझते व मानते हुए वर्ष 1945 में UN ने भोजन को सभी के लिए एक विशेष अधिकार के रूप में मान्यता प्रदान की.

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World Food Day Significance
विशेषज्ञों का कहना है भले ही दुनिया में फूड बिजनेस बहुत तरक्की कर रहा है लेकिन अभी भी दुनिया के कई देश स्वस्थ आहार की कमी तथा आहार उत्पादन में कमी का सामना कर रहे हैं. जिसके लिए जिम्मेदार कारणों की बात करें तो उनमें महंगाई, गरीबी, सामाजिक असमानता, वातावरणीय समस्याएं, युद्ध तथा महामारी जैसी स्थितियां जिम्मेदार होती हैं. और ऐसा सिर्फ एक या दो देशों में नहीं है बल्कि दुनिया के कई देश इस समस्या का सामना कर रहे हैं. इसीलिए जानकार इसे एक गंभीर वैश्विक समस्या मानते है.

United Nations की ‘द स्टेट ऑफ फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रिशन इन द वर्ल्ड 2022” रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में 97 करोड़ से ज्यादा लोग यानी देश की आबादी का लगभग 71% हिस्सा पौष्टिक खाने का खर्च उठा पाने में असमर्थ हैं. वहीं नेपाल में यह आंकड़ा 84%, पाकिस्तान के 83.5 %, श्रीलंका के 49%, ब्राजील के 19% तथा चीन के लगभग 12% बताया गया था. हालांकि इस रिपोर्ट के नतीजों को लेकर दुनिया के कई देशों में कुछ मतभेद भी देखने में आए थे, लेकिन इस बात को नकारा नहीं जा सकता है की कई देशों में बड़ी संख्या में आमजन अलग-अलग कारणों से पेटभर स्वस्थ आहार ग्रहण नहीं कर पाते हैं. जिसका एक प्रभाव कुपोषण के रूप में भी देखने में आता है. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि भले ही भारत खाद्य उत्पादन में दुनिया में दूसरे स्थान पर आता है और दाल, चावल, गेहूं, मछली, दूध तथा सब्जी के उत्पादन में दुनिया में पहले स्थान पर आता हैं, लेकिन फिर भी हमारे देश में एक बड़ी आबादी कुपोषण का शिकार है. रिपोर्ट में बताए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में दुनिया के 76.8 करोड़ लोग कुपोषण का शिकार पाए गए. जिनमें से 22.4 करोड़ यानी लगभग 29% भारतीय थे.

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Vishav Khadya Divas ना सिर्फ कुपोषण जैसी समस्या से मुक्त करने के लिए प्रयास करने बल्कि परिवार, समूह, समुदाय तथा राष्ट्र स्तर पर कृषि के माध्यम से स्वास्थ्य तथा अर्थव्यवस्था दोनों की बेहतरी के लिए प्रयास करने लिए लोगों को मौके देने तथा इन विषयों पर चर्चाओं के लिए लोगों को मंच देने का कार्य करता हैं. इस अवसर पर अलग-अलग देशों में उनकी सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा गोष्ठियों, जागरूकता अभियानों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों आदि का आयोजन किया जाता है. World Food Day . Food Crisis . UNFAO . World Food Day 2023, World Food Day History . World Food Day 2023 Theme. Food Day .

Last Updated : Oct 17, 2023, 7:07 AM IST

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