विश्व खाद्य दिवस : जरूरी मात्रा में पौष्टिक व सुरक्षित आहार स्वस्थ व निरोगी रहने के लिए बेहद जरूरी है. चिकित्सक व जानकार स्वस्थ रहने के लिए सभी उम्र व लिंग के लोगों को हमेशा जरूरी मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त आहार के सेवन की सलाह देते हैं. लेकिन कई बार आर्थिक कारणों से या कई बार अनाज की जरूरी मात्रा में उपलब्धता ना होने सहित कई कारणों के चलते बहुत से लोगों को जरूरी मात्रा में अन्न उपलब्ध नहीं हो पाता हैं. विश्व खाद्य दिवस एक ऐसा मौका है जो ना सिर्फ लोगों को अच्छी सेहत के लिए स्वस्थ आहार की जरूरत को लेकर जागरूक करने का मौका देता है बल्कि यह अवसर कृषि के माध्यम से आर्थिक उन्नति के लिए प्रयास करने और हर व्यक्ति के लिए अन्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने का मौका भी देता हैं.
World Food Day 2023 Theme :हर साल 16 अक्टूबर को World Food Day 2023 अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है. इस वर्ष यह आयोजन "जल ही भोजन है, जल ही जीवन है, किसी को भी पीछे न छोड़ें." थीम का साथ मनाया जा रहा है. World Food Day 2023 Theme Water is life water is food food Leave no one behind
विश्व खाद्य दिवस का इतिहास और उद्देश्य
World Food Day 2023 के आयोजन के उद्देश्यों की बात करें तो सुरक्षित भोजन के उत्पादन और उसके इस्तेमाल को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाना ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए पेट भर भोजन की उपलब्धता के लिए प्रयास करना, आहार की बर्बादी रोकने के लिए प्रयास करना व इसके लिए जागरूकता फैलाना और कृषि के माध्यम से देशों की अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचाने के लिए आहार उत्पादन, विपणन तथा उसके आयात-निर्यात को लेकर संभावनाओं पर चर्चा व प्रयास करना भी इस आयोजन के मुख्य उद्देश्यों में शामिल है.
इस अवसर पर लोगों को सिर्फ सामुदायिक या बड़े समूहों में ही अन्न उत्पादन संबंधित दिशाओं में प्रयास करने के लिए प्रेरित नहीं किया जाता है बल्कि एकल परिवार जैसी छोटी इकाई को छोटी खेती या फिर किचन गार्डन जैसी खेती को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जाता है. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग बड़े या छोटे समूहों में अन्न उत्पादन के लिए प्रेरित हो सके और वे जरूरी मात्रा में स्वयं भी स्वस्थ आहार उगा सके व उनका इस्तेमाल कर सके.
गौरतलब है कि World Food Day 2023 की स्थापना United Nations के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा वैश्विक भूख से निपटने और दुनिया भर में भूख को मिटाने का प्रयास करने के उद्देश्य को लेकर वर्ष 1979 में 16 अक्टूबर की गई थी. इससे पहले UN द्वारा भोजन को एक आम अधिकार के रूप में मान्यता दी गई थी. लेकिन हर व्यक्ति के लिए पेट भर स्वस्थ आहार की जरूरत को समझते व मानते हुए वर्ष 1945 में UN ने भोजन को सभी के लिए एक विशेष अधिकार के रूप में मान्यता प्रदान की.