कोविड-19 संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों में किडनी खराब होने या 'डैमेज' होने का खतरा बढ़ सकता है. ये बात एक शोध में सामने आई है. शोध का निष्कर्ष जर्नल ऑफ द अमेरिकन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी में प्रकाशित हुआ है. इसके मुताबिक, कोविड-19 रोगियों में घुलनशील यूरोकैकेन रिसेप्टर का स्तर बढ़ता है, जो एक प्रतिरक्षा पैदा करने वाला प्रोटीन है और किडनी के डैमेज होने का कारण बनता है.
अमेरिका में मिशिगन विश्वविद्यालय के शोध लेखक जोचन रेसर ने कहा, 'यह रिसेप्टर एक ऐसा कारक है, जो हजारों रोगियों के किडनी को डैमेज करने का कारण बनता है. एचआईवी और सार्स-कोव-2 (कोविड-19 का कारण बनने वाला वायरस) जैसे आरएनए वायरस के कारण खून में इस रिसेप्टर का स्तर बढ़ने लगता है. यदि यह प्रक्रिया हाइपरइन्फ्लेमेटरी होती है, तो किडनी की कोशिकाओं को नुकसान हो सकता है.
उनकी स्टडी के निष्कर्ष बताते हैं कि कोविड-19 के एक तिहाई से अधिक रोगियों को डायलिसिस की जरूरत होती है और उनमें मृत्यु का जोखिम भी बहुत अधिक होता है.