भारत ने वैश्विक महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार करते हुए अपने टीकाकरण अभियान में एक करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन दी है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा, 'वैश्विक महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है। 19 फरवरी, 2021 को सुबह 8 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान में एक करोड़ से अधिक स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों का टीकाकरण हो चुका है।'
एक करोड़ टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में भारत को 34 दिन लगे, जो दुनिया में दूसरा सबसे तेज गति से हासिल किया गया आंकड़ा है।
शुक्रवार सुबह आठ बजे तक की अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार 2,11,462 सत्रों के दौरान 1,01,88,007 टीकाकरण खुराक लाभार्थियों को दी गई हैं। इनमें 62,60,242 स्वास्थ्य कर्मी (पहली खुराक), 6,10,899 स्वास्थ्य कर्मी (दूसरी खुराक) और 33,16,866 अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी (पहली खुराक) शामिल हैं।
कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था। टीकाकरण अभियान में दो स्वदेशी वैक्सीन दी जा रही हैं, जिनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन शामिल है।
इस अभियान की शुरूआत लगभग 1 करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों के लिए टीकाकरण के साथ हुई, इसके बाद 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) को टीका लाभार्थियों के रूप में पंजीकृत किया गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, टीकाकरण अभियान के 34वें दिन (18 फरवरी, 2021) 10,812 सत्र में कुल 6,58,674 टीकाकरण खुराक दी गईं। इनमें से 4,16,942 लाभार्थियों को पहली खुराक और 2,41,732 को दूसरी खुराक प्राप्त हुई।