महीनों बीतने के बाद भी कोविड-19 के स्वभाव में कोई कमी नहीं आई है, बल्कि वर्तमान समय में कोरोना और भी ज्यादा तीव्रता के साथ फैल रहा है. लॉकडाउन खुल चुका है, लगभग सभी दफ्तर और बाजार खुलने से, स्थिति काफी हद तक सामान्य नजर आने लगी है. लेकिन असलियत में ऐसा नहीं है. लोग जितना ज्यादा सामान्य रूप से मिलना-जुलना शुरू कर रहे है, कोरोना उतनी ही तेजी से उछाल ले रहा है. स्थिति इतनी विकट है की लोगों को अस्पतालों में बेड तक नहीं मिल रहा है. लोगों के इस असामान्य परीस्थिति में सामान्य व्यवहार को नियंत्रित करना फिलहाल मुश्किल है.
अंग्रेजी की एक कहावत है 'प्रीवेनशन इज बेटर देन क्योर' यानि इलाज से बेहतर बचाव है, इसी सोच को कायम रखते हुए यदि हम थोड़े से प्रयास करें, तो अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते है. आयुर्वेद तथा नेचुरोपैथी की मदद से हम किस तरह से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं. इस बारे में ETV भारत सुखीभवा टीम ने बीएचएमएस तथा बीएएमएस चिकित्सक डॉ. विवेक मंतारे से बात की.
कैसे बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
डॉ. मंतारे बताते हैं की हमारा शरीर एक ऐसा मशीन है, जो स्वयं को हील करने या स्वस्थ रखने में सक्षम है. बशर्ते हमारी जीवनशैली, हमारा खानपान तथा हमारी दिनचर्या सही हो. शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है की इन बातों का पालन किया जाए. एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन करते हुए यदि हम खानपान पर नियंत्रण रखे और घर में ही मिलने वाली कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करें, तो स्वयं को रोग से दूर रख सकते है. और यदि फिर भी रोग पकड़ ही ले, तो हमारी मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत जल्दी हमें ठीक होने में मदद करेगी. इसके अलावा स्वयं की सफाई तथा अपने आसपास की सफाई तथा सैनिटाइजेशन जरूरी है. घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना जरूरी है. अब सभी लोग यह बात जान गए है. लेकिन यहां यह जानना भी जरूरी है की मास्क हमेशा नाक के ऊपर रहना चाहिए. उसे बार-बार हाथों से छूना नहीं चाहिए. घर की सफाई के तुरंत बाद हाथ अच्छे से धोने चाहिए. बाहर से घर आने के बाद नहाना भी जरूरी है.
मौसमी फलों-सब्जियों का सेवन करें
डॉ. मंतारे बताते हैं की इस असुरक्षित माहौल में बाहर का चटपटा और मसालेदार भोजन करने की बजाय घर पर ही सफाई से बना सादा भोजन ग्रहण किया जाना चाहिए. हमारी हिन्दुस्तानी थाली सभी तरह के प्रोटीन, विटामिन, खनिजों तथा अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है. इसलिए पारंपरिक हिन्दुस्तानी भोजन को ग्रहण करें. इसके अलावा सबसे जरूरी बात यह है की,
- बेमौसम सब्जियां और फल खाने से बचा जाए.
- सिर्फ मौसमी सब्जियों और फलों का सेवन करें.
- दूध और घी का नियमित रूप से सेवन करें.
- मीठा नीम यानि कड़ी पत्ता, नींबू पानी, छाछ और आंवले जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जो ज्यादा मात्रा में विटामिन सी की मात्रा प्राकृतिक रूप से शरीर में बढ़ाएंगे.
- खाने में अदरक, तुलसी, दालचीनी सहित अन्य गरम मसलों का उपयोग बढ़ाएं.
गरम पानी व हल्दी वाले दूध का सेवन जरूरी
हल्का गरम या गुनगुना पानी पीना वैसे तो हमेशा ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कोरोना के इस दौर में यह एक रामबाण उपाय कहा जा रहा है. जहां तक हो सके ठंडे या सादे पानी की बजाय गरम पानी का सेवन किया जाए. इसके अलावा सोने से पहले अदरक, हल्दी को हल्के गरम दूध में मिलाकर पीना काफी फायदेमंद है.