खुश रहना एक अच्छे जीवन की आवश्यकता है. लेकिन कई बार विभिन्न परिस्थितियों के कारण लोगों के जीवन में खुशियों का स्तर कम होने लगता है. अच्छे जीवन और स्वस्थ समाज के लिए खुश रहने की जरूरत को समझते हुए कई देश इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम चला रहे हैं. उदाहरण के लिए भूटान भले ही एक छोटा सा देश है, लेकिन यह अपने Bhutan Gross National Happiness Program ( ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस प्रोग्राम ) की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है. क्योंकि यह देश अपनी GDP यानी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट के बजाय Gross National Happiness ( ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस) पर जोर देता है. इस देश में पैसे से ज्यादा खुशी को महत्व दिया जाता है.
International Happiness Day History : इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे का इतिहास
हर साल 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस मनाया जाता है. चूंकि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 जुलाई 2012 को संकल्प 66/281 पारित किया था, इसलिए हर साल 20 मार्च को International Happiness Day या अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस ' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया.
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस मनाने उद्देश्य
एक अच्छी जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है कि हम खुश रहें. डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है कि खुश रहने से न केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि जीवन में आनंद और संतुष्टि भी आती है. लेकिन कई बार बीमारी, आर्थिक स्थिति, तनाव या पारिवारिक समस्याओं सहित कई कारणों से लोग सुखी जीवन नहीं जी पाते हैं. अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य हमें न केवल दूसरों को खुशी देने के लिए बल्कि स्वयं की खुशी के लिए भी प्रयास करने के लिए प्रेरित करना है. इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को खुश रहने, दूसरों को खुशियां बांटने, उनकी मदद करने और दूसरों की मदद करने के लिए धन्यवाद देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.