आमतौर पर त्वचा पर तुरंत असर दिखने वाले ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और मेकअप के कारण केमिकल एक्सपोजर, त्वचा के अंदरूनी स्वास्थ्य को काफी प्रभावित करते हैं. जिसके कारण हमारी त्वचा समस्या युक्त और बेजान नजर आने लगती है. हम हमेशा सुनते हैं की डिटॉक्स विधि हमारे शरीर से सभी हानिकारक तत्वों को बाहर निकाल कर शरीर को अंदरूनी तौर पर स्वस्थ बनाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ शरीर ही नही बल्कि हमारी त्वचा के लिए भी डिटॉक्स काफी लाभकारी होता है.
सौन्दर्य विशेषज्ञ मीनू वर्मा बताती हैं की स्किन डिटॉक्स (skin detox) त्वचा की समस्याओं को दूर कर उसे स्वस्थ तथा ग्लोइंग बनाता है. वे बताती हैं की स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए जितना फायदेमंद शरीर को डिटॉक्सकरना होता है उतना ही त्वचा के स्वास्थ्य के लिए स्किन डिटॉक्स होता है.
क्या है स्किन डिटॉक्स?
हमारी त्वचा की कई समस्याओं के लिए उसमें मौजूद रोमछिद्रों का बंद होना या उनसे जुड़ी समस्याओं को जिम्मेदार माना जाता है. मीनू वर्मा बताती हैं की प्रदूषण, मौसम, मेकअप तथा त्वचा की साफ सफाई का ध्यान न रखने पर हमारे रोम छिद्र बंद हो जाते है जिसके परिणाम स्वरूप हमारी त्वचा पर कील, मुहाँसे निकालने लगते हैं.
वहीं यदि काम का तनाव हो, या त्वचा पर सीबम की मात्रा बढ़ने लगे तो भी हमारी त्वचा पर उसका असर कील मुहाँसों तथा अन्य समस्याओं के रूप में नजर आने लगता है ऐसे में त्वचा की सफाई के लिए स्किन को डिटॉक्स करने की जरूरी पड़ती है.
स्किन डिटॉक्स न सिर्फ हमारे शरीर में पानी की कमी को दूर करता है बल्कि शरीर के तापमान को नियंत्रित कर उसकी संवेदनशीलता को कम करने का प्रयास करता है. दरअसल त्वचा की सफाई के अभाव के अलावा पानी में मौजूद केमिकल, धूप, हार्मोनल डिसऑर्डर (hormonal disorder) और अनहेल्दी डाइट के कारण शरीर और त्वचा में विषैले तत्वों का भंडार जमा होना शुरू हो जाता है. जो कई समस्याओं को जन्म देता है.
कैसे करें डिटॉक्स?
- पानी पिएं
डिटॉक्सीफिकेशन में शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने के लिए सबसे जरूरी है भरपूर मात्रा में पानी पीना. इसके चलते एक दिन में लगभग आठ गिलास पानी पीना चाहिए , इसके अलावा हर्बल या ग्रीन टी, गर्म पानी में नींबू के रस मिलाकर, लेमन टी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. - डिटॉक्स डाइट
त्वचा के डिटॉक्स के लिए सही आहार अपनाना भी जरूरी है. जिसके लिए संतुलित और सही समय पर आहार जरूरी है. स्किन डिटॉक्स के दौरान ऐसे भोजन से परहेज करें जिनकी प्रकृति एसिडिक हो. इसके साथ ही अपने आहार में केला, नाशपाती, नींबू, बादाम और सेब जैसे फल शामिल करें. - फेशियल करें
डिटॉक्स के दौरान त्वचा की सफाई के लिए फेशियल भी जरूरी होता है, क्योंकि इस प्रक्रिया में स्टीम, एक्सफोलिशन, क्लीनजिंग और मसाज से त्वचा की अंदर तक सफाई हो जाती है और रोम छिद्र भी खुल जाते हैं. स्किन डिटॉक्सीफिकेशन के लिए क्ले फेशियल, ऑक्सीजन फेशियल्स, चारकोल फेशियल्स या सीरम युक्त फेशियल्स ज्यादा फायदेमंद माने जाते हैं. - डिटॉक्स स्नान
इस प्रक्रिया में डिटॉक्स स्नान भी काफी फायदेमंद होता है. यह न सिर्फ शरीर और त्वचा से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मददगार होता है बल्कि मांसपेशियों को भी आराम देता है और रक्त संचार में सुधार करता है. डिटॉक्स बाथ के लिए बाथ टब में हल्का गुनगुना पानी लें, इसमें सेंधा नमक, जैतून का तेल , ग्रीन टी बैग्स/ एसेंशियल ऑयल मिलाएं और थोड़ी देर इस पानी में लेते रहे.
ध्यान दें
मीनू वर्मा बताती हैं कि यदि स्किन डिटॉक्स को नियमित रूप से अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल किया जाय तो न सिर्फ त्वचा की समस्याएं दूर होती है, उसमें चमक आती है, झुर्रियां कम होती है, बल्कि त्वचा पहले से कहीं ज्यादा जवान दिखने लगती है. इसके साथ ही यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि जब त्वचा पर कील मुँहासे की समस्या हो तो उन्हे छेडना या फोड़ना नही चाहिए, साथ ही डिटॉक्स की प्रक्रिया के लिए फेशियल या अन्य ट्रीटमेंट का चुनाव अपनी त्वचा की प्रकृति के अनुरूप ही करना चाहिए. इसके अतिरिक्त यदि त्वचा में समस्या ज्यादा बढ़ जाये तो तत्काल त्वचा विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए.
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