नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी के डॉ राम मनोहर लोहिया (RML Hospital) अस्पताल में पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण ऑपरेशन (Laxmi devi heart transplant operation) किया गया है, जिससे 32 वर्षीय महिला को नया जीवन मिला है. बिहार के भागलपुर की लक्ष्मी देवी (laxmi devi from bhagalpur bihar) को प्रसव के बाद टर्मिनल हार्ट फेल्योर (Terminal heart failure) का पता चला था जिसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. रंजीत नाथ और प्रवीण अग्रवाल (Cardiologists Ranjeet Nath and Praveen Agrawal cardiologists) के नेतृत्व में कार्डियोलॉजिस्ट की एक टीम ने हृदय प्रत्यारोपण की सलाह दी थी, जिसके बाद डोनर हर्ट की जल्द से जल्द उपलब्धता के लिए ऑपरेशन के लिए उसे राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) के साथ पंजीकृत किया गया था. First heart transplant operation at rml hospital.
डोनर बसु (Donor Basu) नाम की एक युवा लड़की में मिला था, जिसकी 15 अगस्त को दुर्घटना हो गई थी और उसे सिर में गंभीर चोट के साथ पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) में भर्ती कराया गया था. 20 अगस्त को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था, और उसके अंगों को बनाए रखने के लिए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. PGI Chandigarh में प्रत्यारोपण समन्वयक द्वारा परामर्श के बाद, उसके पिता, अजो मांजी (Ajo Manji), एक दिहाड़ी मजदूर, उसके अंग दान करने के लिए तैयार हो गए.