सभी जानते की अलग-अलग प्रकार के व्यायाम शरीर के अलग अलग हिस्सों के फायदा पहुंचते हैं। ETV भारत सुखीभवा अपने पाठकों के साथ साँझा कर रहा है कुछ ऐसी व्यायामों से जुड़ी जानकारी जिनसे न सिर्फ वे कमर और उसके नीचले हिस्से को स्वास्थ्य रख सकते हैं बल्कि कमर के दर्द से भी राहत पा सकते हैं।
1. सर्व हित आसान या हवा में साइकिल चलाना
कैसे करें
-सबसे पहले पीठ के बल लेट जायें।
-सामान्य श्वास लेते हुए दोनों टांगे हवा में उठायें और साइकिल जैसे चलायें।
-टखने को लचीला रखते हुए आहिस्ता-आहिस्ता टांगों के साथ यथासंभव बड़े चक्र बनायें।
-इस प्रक्रिया को 10-10 बार पहले आगे और फिर पीछे यानी घड़ी चलने की उल्टी दिशा मन चलाए।
-एक चरण पूरा होने के बाद प्रारंभिक स्थिति पर लौट आयें और शरीर को आराम दें।
लाभ :इस् व्यायाम से पेट की और टांगों की मांसपेशियों को मजबूत होती है और कूल्हों और घुटनों में लचीलापन बढ़ता है। इसके साथ ही यह रक्त संचारण को बढ़ाता है।
2. ग्लूट ब्रिज
कैसे करें
-इस व्यायाम को करने के लिए पहले करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाए।
-घुटने मोड लें लेकिन ध्यान रहे की पैर जमीन पर सपाट रहे।
-हाथों को कूल्हों के बराबर तथा एड़ियां को जितना हो सके कूल्हों के निकट रखें। हथेलियां जमीन की तरफ होनी चाहिए।
-अब कूल्हों और कमर को अपने कंधों से घुटनों तक ऊपर एक सीध में उठाएं। ध्यान दें कि आपके पैर और हथेलियां जमीन पर टिकी रहें।
-ध्यान रखें कि आपकी कमर सीधी और शरीर कसा होना चाहिए।
-इस स्थिति में दस सेकेंड तक रुकें और फिर धीमे से जमीन पर लौटें। इस क्रिया को दस बार दोहराएं।
-एक चरण पूरा होने के बाद पुरानी अवस्था में आ जाए।
लाभ
ग्लूट ब्रिज के अभ्यास से नितंब और कूल्हे शेप में रहते हैं और इससे पोश्चर में भी सुधार होता है। इस व्यायाम के नियमित अभ्यास से कूल्हों की मांसपेशियों चुस्त और मजबूत होती हैं।
3. प्लैंक एक्सरसाइज
कैसे करें
-प्लैंक एक्सरसाइज करने के लिए पेट के बल लेट जाएं।
-अपनी कोहनियों को कंधे के नीचे रखें और पूरे शरीर को सीधे हवा में ऊपर की ओर उठाएं।
-ध्यान रहें की कमर को ज्यादा ऊपर न उठाया जाय और ना ही कूल्हों को ज्यादा नीचे रहने दें।
-पेट को सिकोड़ें और इस स्तिथि कुछ देर रहें और फिर वापस पुरानी अवस्था में आ जाए।
लाभ
प्लैंक एक्सरसाइज करने से शरीर की कोर मसल्स में मजबूती आती है और मेटाबोलिज्म तेज होता है। इसके साथ ही प्लैंक करने से कैलोरीज बर्न होती है और पेट की चर्बी पिघलती है। इस व्यायाम को नियमित करने से कमर दर्द जैसी परेशानी भी कम हो सकती है।
4. डबल नी टू चेस्ट
कैसे करें