ना सिर्फ बच्चों, बल्कि बड़ों के भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर करने तथा चीड़चिड़ेपन व मूड स्विंग को नियंत्रित करने के लिए आजकल एक नई तकनीक प्रचलित हो रही है. ईएफटी नामक इस तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए ईएफटी ट्रेनर सोनल सिन्हा ने ETV भारत सुखीभवा की टीम को वर्तमान समय में अभिभावकों के सामने आने वाली बड़ी समस्याओं व ईएफटी की मदद से उसके निवारण के साथ ही अपने ईएफटी ट्रेनर बनने के सफर के बारे में भी जानकारी दी है. उन्होंने बताया की अपने जुड़वा बच्चों के साथ अपने अनुभव से प्रेरित होकर अन्य बच्चों के समक्ष आने वाली व्यवहार से जुड़ी समस्यों के निवारण के उद्देश्य से उन्होंने वाइटेलिटी लिविंग कॉलेज की संस्थापक तथा सीईओ डॉ. रंगना रूपावी चौधरी से इस तकनीक का प्रशिक्षण प्राप्त किया.
क्या है ईएफटी?
ईएफटी यानि इमोशनल फ्रीडम तकनीक, सोनल सिन्हा बताती है की यह एक ऐसी उपचार प्रणाली है, जो हमारे भावनात्मक बोझ को दूर करती है तथा मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है. मनोविज्ञान तथा एक्यूपंचर के सम्मिलन से बनी इस प्रणाली में बिना सुई का इस्तेमाल किए मेरिडियन स्थानों पर टैपिंग एक्यूपंचर की मदद से तनाव को कम करने का प्रयास किया जाता है. ईएफटी को मनोविज्ञान एक्यूप्रेशर के नाम से भी जाना जाता है, जिसका प्रमुख कार्य शरीर में सकारात्मक उर्जा का संचार करना है. कई बार लोगों में कुछ पुराने अनुभवों की वजह से नकारात्मक उर्जा बढ़ने लगती है, जिसके फलस्वरूप उनमें तनाव उत्पन्न होने लगता है, जो और भी कई बीमारियां होने का कारण बनता है. ईएफटी इन नकारात्मक भावों को दूर कर हमारी सोच तथा मनःस्थिति पर लगे अवरोधों को हटाता है और रोग होने की आशंका को कम करता है.
प्रशिक्षित के निरीक्षण में ही करें ईएफटी