समय पर भोजन करना स्वस्थ आदतों में से गिना जाता है. चिकित्सा शास्त्र की सभी विधाएं जैसे एलोपैथी, आयुर्वेद आदि सुबह का नाश्ता , दोपहर का भोजन तथा रात का भोजन नियत समय पर करने की सलाह देते हैं. यह आदत न सिर्फ हमारे पाचन को दुरुस्त रखती है बल्कि शरीर में ऊर्जा को लगातार बनाए रखने में मदद करती है. चिकित्सक विशेषकर पोषण विशेषज्ञ मानते हैं कि सामान्य परिसतिथ्यों में सुबह का नाश्ता हमारी अच्छी हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है , लेकिन मधुमेह रोगियों के लिए सुबह सही समय पर नाश्ता करना बहुत जरूरी होता है, जिससे उनके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहे. हाल ही में हुए एक शोध में भी सामने आया है की सुबह जल्दी नाश्ता करने से टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है.
जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन (Journal of Nutrition) में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, ऐसे लोग जो सुबह 8:30 बजे से पहले नाश्ता कर लेते हैं उनमें देर से नाश्ता करने वाले लोगों के मुकाबले इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह का जोखिम कम होता है. साथ ही समय प्रतिबंधित नाश्ते से अन्य चयापचय संबंधी विकारों (पाचन तथा आंतों से जुड़े विकार ) के जोखिम को भी कम किया जा सकता है. सुबह जल्दी नाश्ता करने की आदत से न सिर्फ मधुमेह बल्कि ओबेसिटी यानी ज्यादा वजन और मोटापे की समस्या में भी राहत पाई जा सकती है जो न सिर्फ मधुमेह बल्कि कई अन्य रोगों की गंभीरता बढ़ाने के लिए जिम्मेदार मानी जाती है. गौरतलब है कि इस शोध को द एंडोक्राइन सोसाइटी (Endocrine Society) के वार्षिक सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था.
इसी संबंध में ETV भारत सुखीभवा ने नोएडा के जनरल फिजीशियन डॉ. केवल ध्यानी से जानकारी ली. उन्होंने बताया कि मधुमेह रोगियों का सही समय पर , सही मात्रा में तथा मधुमेह के मद्देनजर उचित भोजन करना न सिर्फ उनके सामान्य स्वास्थ्य के लिए बल्कि मधुमेहको नियंत्रित रखने के लिए बेहद जरूरी होता है. वह बताते हैं कि भोजन में जरा सी लापरवाही मधुमेह से पीड़ित लोगों के स्वास्थ्य को बेहद प्रभावित करती हैं. यहीं नही उन्हे अन्य रोगों को लेकर भी संवेदनशील बनाती हैं.