विश्व फेफड़ा कैंसर दिवस : जानलेवा बीमारी कैंसर का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कैंसर कई प्रकार का होता है जैसे कि ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, थायराइड कैंसर, स्किन कैंसर, फेफड़े का कैंसर, ब्लड कैंसर आदि. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार कैंसर से होने वाली मौतों में फेफड़े का कैंसर सबसे बड़ा कारण होता है. अगर फेफड़े के कैंसर के कारणों की बात करें तो धूम्रपान, पर्यावरण प्रदूषण, फैक्ट्रियों और घरों से निकलने वाला धुआं इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. इसके अलावा एस्बेस्टस और पत्थरों की कटाई से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ भी फेफड़े के कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं.
विश्व फेफड़े के कैंसर दिवस का इतिहास : 2012 में फेफड़े के कैंसर के प्रति आम जनता में जागरूकता फैलाने के लिए पहली बार अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन और इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लंग कैंसर - IASLC के सहयोग से फोरम ऑफ इंटरनेशनल रेस्पिरेटरी सोसाइटीज - FIRS द्वारा World Lung Cancer Day आयोजित किया गया था. IASLC फेफड़ों के कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पूर्णत: समर्पित संस्थान है.
इसलिए मनाया जाता है फेफड़े के कैंसर का विश्व दिवस : पूरे विश्व में फेफड़े के कैंसर से बचे हुए लोगों को नया जीवनदान मिलने के लिए 1 अगस्त को विश्व फेफड़े के कैंसर दिवस जश्न के तौर पर मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार फेफड़े का कैंसर सबसे आम कैंसर है. इससे सबसे ज्यादा कैंसर की मौतें होती हैं. 2020 में 1.8 मिलियन लोगों की मौत फेफड़े के कैंसर की वजह हुई थी. फेफड़े का कैंसर (Types of Lung Cancer) मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है...
- लघु कोशिका फेफड़े का कैंसर. Small cell lung cancer - SCLC
- दूसरा गैर-लघु कोशिका फेफड़े का कैंसर . Non small cell lung cancer - NSCLS