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यात्रा के दौरान नियमों के पालन के साथ सावधानियां भी बरते यात्री

कोरोना संक्रमण के चलते लगी पाबंदियां अब धीरे-धीरे कम होने लगी है। ऐसे समय में सुरक्षित यात्रा को लेकर हालांकि सरकार द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन बहुत जरूरी है की आमजन भी यात्रा के दौरान कोरोना से बचने के लिए तमाम सावधानियों को अपनाएं।

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Published : Jul 22, 2021, 3:07 PM IST

Updated : Jul 22, 2021, 4:34 PM IST

सड़कों पर फिर से भीड नजर आने लगी है। दुकानें फिर से पूरी तरह से खुलने लगी है, हालांकि स्कूल कॉलेज अभी भी बंद है मगर उनके भी शीघ्र खोलने की बात सामने आ रही है। लेकिन इन सबके बीच कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी सर पर तलवार की तरह लटक रहा है। इन सब के बीच जो एक प्रश्न हमारे समक्ष चिंता उत्पन्न कर रहा है वह है की क्या सिर्फ कोरोना के दौरान ही नही बल्कि कोरोना के उपरांत भी बदली हुई परिस्थितियों के साथ सामंजस्य बिठाकर चलने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं?

लेकिन इस जोंक की तरह चिपक गए कोरोना संक्रमण को नए रूप को लेकर सरकार काफी चिंतित है , जिसके चलते वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं ही अनलॉक होने के बाद भी संक्रमण की रफ्तार पर नियंत्रण रखा जा सके । इसी के चलते भारत सरकार ने समय समय पर देश विदेश में सफर करने वालों के लिए गाइड लाइन जारी करती रही है। हाल ही में विदेश यात्रा पर जा रहे लोगों के लिए भारत सरकार की ओर से वैक्सीन को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं।

विदेश यात्रा को लेकर नई गाइडलाइन्स

नई गाइडलाइन्स के अनुसार विदेश यात्रा पर अगर कोई जा रहा है, तो कोविशील्ड की पहली डोज़ के 28 दिन के बाद कभी भी दूसरी डोज़ ली जा सकती है। हालांकि, सरकार ने कोविशील्ड की पहली डोज़ और दूसरी डोज़ के 12 से 16 हफ्ते का अंतर रखा है।

नई गाइडलाइन्स में साफ किया है कि विदेश यात्रा के लिए सिर्फ उन लोगों को ही वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई है। इस सर्टिफिकेट पर पासपोर्ट नंबर को भी शामिल किया जाएगा। चूंकि कुछ देश कोवैक्सिन को मान्यता नही देते हैं ऐसे में कोवैक्सिन लगवाने वाले व्यक्तियों को विदेश यात्रा के लिए वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।

यह गाइडलाइन सिर्फ उन लोगों के लिए जारी की गई हैं, जो 18 साल से ज़्यादा उम्र के हो चुके हैं और 31 अगस्त तक विदेश यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं। इसमें नौकरी और पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे लोग और स्टूडेंट्स, टोक्यो ओलिंपिक्स में शामिल हो रहे खिलाड़ी और उनके साथ जाने वाला स्टाफ शामिल है। ये व्यवस्था सिर्फ इन्हीं लोगों के लिए की गई है।

अन्तर्राज्य यात्रा के लिए नियम

कोरोना की दूसरी लहर की तीक्ष्णता थोड़ी कम होने पर अब बहुत से राज्यों में बस, ट्रेन और सड़क मार्ग से यात्रा को पहले की भांति सुचारु किया जाने लगा है। लेकिन भारत सरकार तथा राज्य सरकारो द्वारा यात्रा करने वालों को गाइडलाइन का पालन करते हुए तमाम सुरक्षा नियमों के साथ सफर करने की हिदायत डी जा रही है। गौरतलब है की सरकारी गाइडलाइन में साफ तौर पर निर्देशित किया गया है की यात्रा के दौरान कोरोना से सुरक्षा उपायों का ध्यान रखने में कमी नहीं होनी चाहिए। जिसका ध्यान यात्रियों सहित चालक व उपचालक को भी रखना होगा। बसों में बैठने के लिए यात्रियों की संख्या निर्धारित है। यात्रा के दौरान बच्चों, बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इसके साथ वाहन चालको व यात्रियों को सफ़र के दौरान मास्क का इस्तेमाल तथा सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है।

सफर के दौरान क्यासावधानियांबरते लोग

ETV भारत सुखीभवा इस दौर में देश- विदेश में सफर करने वाले लोगों को सफर के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर इंदौर के एप्पल अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ संजय के जैन से बात की।

डॉ जैन बताते हैं की वैसे तो फिलहाल जहां तक संभव हो लोगों को सफर से बचना चाहिए,लेकिन यदि यात्रा करना बहुत जरूरी हो तो कुछ बातों का यात्री अवश्य ध्यान रखें ।

  • सफर से पहले वैक्सीनेशन करवा ले

डॉ संजय बताते हैं की किसी भी तरह की लंबी या छोटी यात्रा से पहले वैक्सीनेशन करवा लेना चाहिए। कोरोना संक्रमण से बचने तथा उसके फैलने में यह कदम काफी मददगार साबित हो सकता है। यही नही ऐसे लोग जो नियमित तौर पर ऑफिस जाने या किसी अन्य कारण से पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं उन्हे भी प्राथमिकता के आधार पर दोनों टीके लगवा लेने चाहिए।

  • मास्क जरूरी है

डॉ संजय यात्रा करने के दौरान यात्रियों को एन- 95 मास्क का उपयोग करने की सलाह देते हैं। वे बताते हैं इस प्रकार के मास्क कपड़े या अन्य प्रकार के मास्क की अपेक्षा ज्यादा कारगर होते हैं। यात्रा के दौरान बच्चे साथ हैं तो उनके भी हाथ समय समय पर सैनिटाइज करवाते रहें। उन्हें मास्क या फेसशील्ड लगाए रखने के लिए कहें। बच्चों को बाहरी खाद्य पदार्थ नहीं दें। घर पहुंचने के बाद सबसे पहले हाथ मुंह धोएं या स्नान करें।

  • समय समय पर हाथों को करते रहें सैनिटाइज

यात्रा चाहे हवाई जहाज से की जा रही ही या ट्रेन, बस, टेंपू या परिवहन के किसी भी माध्यम से,यात्रियों को चाहिए की की वह वाहन में चढ़ने व उतरने के बाद तुरंत हाथों को अच्छी तरह सैनिटाइज करें। जहां तक संभव हो गंदे हाथों को नाक या मुंह के संपर्क में ले जाने से बचे । बच्चों के साथ यात्रा अति आवश्यक होने पर ही करें। घर लाई गई वस्तुओं जैसे बैग, शॉपर, लेडी पर्स या जेंट्स वालेट को अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से साफ करें।

  • शारीरिक दूरी का पालन करें

यात्री शारीरिक दूरी के नियमों का पालन पूरी तरह से पालन करें। यात्रा के दौरान बाहर का खाना खाने से बचे। अपना स्वयं का भोजन व पानी अपने घर से साथ ले कर चलें। इसके अतिरिक्त यात्री बसों के अंदर धातु के बने हिस्सों को अनावश्यक पकड़ने से बचें, खिड़की से दूरी बनाकर बैंठे, यात्रा के दौरान पान, बीड़ी, सिगरेट, खैनी, गुटखा का सेवन नहीं करें, जहां तहां नहीं थूकें, मोबाइल के अनावश्यक इस्तेमाल से बचें।

  • नियमों के पालन में चालक व कंडक्टर करें सहयोग

डॉ जैन बताते हैं की बहुत जरूरी है की न सिर्फ यात्री बल्कि चालकों को भी ध्यान रखना चाहिए की लोग यात्रा के दौरान कोविड 19 संबंधी नियमों तथा सावधानियों का पालन कर रहें है। ताकि वे भी किसी संक्रमण के शिकार नहीं हों।

Last Updated : Jul 22, 2021, 4:34 PM IST

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