जहां एक ओर अभी तक लोग कोरोना के डर और त्रासदी से बाहर नहीं निकल पा रहे है, एक नए डर ने उनकी घबराहट बढ़ा दी है. कोरोना के बाद अब बर्ड फ्लू लोगों को डरा रहा है. बर्ड फ्लू जिसे एवीअन फ्लू या एच5एन1 वायरस के नाम से भी जाना जाता है, कितना खतरनाक है और किस तरह लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, इस बारे में ETV भारत सुखीभवा की टीम ने पारंपरिक फुफ्फूसीय रोग विशेषज्ञ तथा डीएनबी फुफ्फूसीय चिकित्सा डॉ. प्रदीप किरण पंचदी से बात की.
क्या है बर्ड फ्लू तथा कैसे फैलता है?
डॉ. प्रदीप बताते है की एवीअन फ्लू यानी बर्ड फ्लू एक फैलने वाला संक्रमण है, जो पक्षियों(मुर्गी, बतख वगैरह) के कारण फैलता है. इस संक्रमण की संवाहक जल, जमीन और हवा में रहने वाली किसी भी प्रकार की पक्षियों से हो सकती है. यह संक्रमण उनके पेशाब, लार तथा उनके मल से एक पक्षी से दूसरी पक्षी में फैलता है. कभी-कभी यह वायरस सूअरों, घोड़ों, बिल्लियों और कुत्तों जैसे स्तनधारियों को भी अपनी चपेट में ले लेता है. हालांकि इंसानों में यह संक्रमण बहुत सरलता से नहीं फैलता है, लेकिन फिर भी जो लोग संक्रमित मुर्गियों या सूअरों के संपर्क में रहते हैं, जैसे मुर्गी फार्म में रहने वाले किसान तथा दूसरे कार्य करने वाले लोग, वह संक्रमण की चपेट में आ सकते है.
डॉ. प्रदीप बताते है की सबसे पहली वर्ष 1997 में चाइना में बर्ड फ्लू यानी एचपीएआई ए (एच5एन1) वायरस नजर आया था. दरअसल हमारे वातावरण में कई प्रकार के वायरस मिलते है, लेकिन उनमें से मुख्यतः केवल ए-एच5एन1 तथा ए-एच7एन9, दो ही प्रकार है, जो इंसानों को गंभीर रूप से प्रभावित करते है. इनके अतिरिक्त एच7एन3, एच7एन7 तथा एच9एन2 वायरस भी मनुष्य जाति को प्रभावित कर सकती है.
बर्ड फ्लू के लक्षण तथा उसके गंभीरता
डॉ. प्रदीप के अनुसार इस संक्रमण के लक्षण भी अन्य फैलने वाले संक्रमणों के लक्षणों जैसे ही होते है. लेकिन अवस्था बिगड़ने पर पीड़ित के स्वसन तंत्र पर असर पड़ने लगता है. और उसे निमोनिया, मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम सहित कई गंभीर समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है. लेकिन यहां यह जान लेना भी जरूरी है की इस संक्रमण के चलते जान जाने का खतरा ज्यादा नहीं होता है, इसलिए यह कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी नहीं है.
इस संक्रमण के प्रारंभिक तथा मुख्य लक्षण इस प्रकार है;
- सर्दी
- बहती नाक
- बुखार
- छींके आना
- गला खराब होना
- कफ
- शरीर तथा मांसपेशियों में दर्द
- सांस लेने में समस्या
- नाक से खून आना
कैसे करें बचाव