विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को चेतावनी दी कि हरियाणा के सोनीपत स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Maiden Pharmaceuticals Limited) द्वारा कथित तौर पर उत्पादित दूषित और कम गुणवत्ता वाले चार कफ सीरप पश्चिमी अफ्रीका के देश गांबिया में हुई बच्चों की मौत का कारण हो सकते हैं. बिना डॉक्टर की सलाह लिए कफ सिरप बेहद घातक साबित हो सकता (Cough syrup may cause death) है. एक तरह से आपकी जान भी ले सकता है. दरअसल असंतुलित मात्रा में किसी कफ सिरप का इस्तेमाल सीधा दिमाग और हार्ट पर असर करता है. खासी को नियंत्रित करने में दिमाग की अहम भूमिका होती है. कफ सिरप पीने के बाद सीधा दिमाग की नसों को ब्लॉक करने का काम करती है. यह एक तरह का साइड इफेक्ट होता है, जिसमें दिमाग की नसें ब्लॉक होने से सांस लेने में दिक्कत होती है और इस्तेमाल करने वाले की तुरंत मौत हो जाती है. WHO alert on cough syrup .
सूखी खांसी और रेशेदार खांसी में अलग-अलग तरह के कफ सिरप लेने की सलाह दी जाती है. बलगम वाली खांसी में यदि कफ सिरप अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया गया, तो यह हार्ट अटैक का भी कारण बन सकता है. अधिक मात्रा कफ सिरप लेने से बच्चे से लेकर युवाओं तक को मौत का खतरा हो सकता है. गौरतलब है कि अफ्रीकी देश गांबिया में 66 बच्चों के कफ सिरप पीने से मौत होने के बाद अब हिमाचल में भी स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. अफ्रीका में इस घटना (Gambia cough syrup death) के बाद हिमाचल में बड़े स्तर पर औद्योगिक क्षेत्र में कफ सिरप बनाने वाली कंपनियों के सैंपल लिए गए हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में चिकित्सा संस्थानों को एडवाइजरी जारी कर दी है. इस एडवाइजरी में विश्व स्वास्थ्य संगठन से प्रतिबंधित कफ सिरप पर विशेष नजर रखने तथा डॉक्टरों को इस बारे में गाइडलाइन जारी करने की बात कही गई है.
कोडिन का नशे के लिए होता है इस्तेमाल:कोडिन नामक कफ सिरप नशे के रूप में इस्तेमाल करने की शिकायत आने के बाद सरकार ने इसकी निगरानी बढ़ा दी है. डॉक्टर की सलाह पर इसका इस्तेमाल होता है और इस कफ सिरप की बिक्री पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रखता है. इतना ही नहीं इस कफ सिरप के बारे में निजी क्लीनिक और दवाईयों की दुकानों को पूरा ब्यौरा भी विभाग के पास होता है. इस कफ सिरप के लगातार इस्तेमाल से आपको नशे की लत भी लग सकती है. ऐसे में इसके इस्तेमाल पर विभाग की विशेष नजर रहती है.
हर तरह की खांसी में जानलेवा हो सकता है कफ सिरप:दरअसल खांसी दो तहर की होती है, एक सूखी खांसी और दूसरी बलगम वाली खांसी. बलगम के लिए इस्तेमाल होने वाली कफ सिरप हार्ट पर सीधा इफेक्ट करती है और इससे अचानक धड़कन बढ़ जाती है. यह हार्ट अटैक का कारण भी बन सकती है. दूसरे केस में सूखी खांसी होने पर इस्तेमाल की जाने वाली कफ सिरफ सीधा दिमाग पर असर करती है. विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह की खांसी शुरू तो गले से होती है, लेकिन नियंत्रित दिमाग से होती है. ऐसे में यह कफ सिरप सीधा दिमाग पर असर करती है और साइड इफेक्ट होने से यह दिमाग की नसों को ब्लॉक करने का काम भी करती हैं.