लंदन : एक अध्ययन में दावा किया गया है कि गर्भनिरोधक गोली पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) से पीड़ित महिलाओं में टाइप 2 मधुमेह के खतरे को एक चौथाई से अधिक तक कम कर सकती है. पीसीओएस, जो दुनिया भर में 10 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करता है, एक हार्मोनल विकार है जो बाहरी किनारों पर छोटे सिस्ट के साथ बढ़े हुए अंडाशय का कारण बनता है.
मासिक धर्म के रक्तस्राव की नियमितता में सुधार के लिए अक्सर पीसीओएस वाली महिलाओं को गर्भनिरोधक गोली दी जाती है.
बमिर्ंघम विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए अध्ययन ने अनुमान लगाया कि गोली एण्ड्रोजन की क्रिया को कम करके मधुमेह के जोखिम को कम करती है.
गोली में एस्ट्रोजन होता है जो रक्त में प्रोटीन को बढ़ाता है, जिसे सेक्स हार्मोन-बाइंडिंग ग्लोबिन कहा जाता है. एसएचबीजी एण्ड्रोजन को बांधता है और इस तरह उन्हें निष्क्रिय बना देता है.
शोधकतार्ओं ने बताया कि इस प्रकार, गोली खाने से एसएचबीजी बढ़ जाता है. यह अनबाउंड, सक्रिय एण्ड्रोजन की मात्रा को कम करता है, इंसुलिन और मधुमेह के जोखिम पर उनके प्रभाव को कम करता है.
टीम ने टाइप 2 मधुमेह और पूर्व मधुमेह के जोखिम का विश्लेषण करने के लिए पीसीओएस के साथ 64,051 महिलाओं और पीसीओएस के बिना 123,545 मिलान नियंत्रण महिलाओं के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया.
डायबिटीज केयर जर्नल में प्रकाशित निष्कर्षों से यह भी पता चला है कि पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज या प्री-डायबिटीज (डिस्ग्लाइसीमिया) विकसित होने का जोखिम दोगुना होता है, इस जोखिम को कम करने के लिए उपचार खोजने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया.