World Cerebral Palsy Day : सामान्य जीवन नहीं है संभव, जरूरी है सेरेब्रल पाल्सी को लेकर जागरूकता - MillionsOfReasons
World Cerebral Palsy Day : न्यूरोलॉजिकल विकार सेरेब्रल पाल्सी या CP को लेकर दुनिया भर में लोगों में जागरूकता फैलाने, इस विकार से पीड़ितों को आत्मनिर्भर बनाने व इलाज तथा अन्य मदों में उनकी हर संभव मदद करने के लिए मौके उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हर साल 6 अक्टूबर को विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस मनाया जाता है. World Cerebral Palsy Day 2023 . 6th October 2023 . Cerebral Palsy .
विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस : सेरेब्रल पाल्सी एक न्यूरोलॉजिकल विकारहै जो सिर्फ एक विकार नहीं है विकारों का एक समूह है, जो बच्चे में जन्म से पहले या जन्म के तत्काल बाद मस्तिष्क क्षति के कारण होता हैं. यह विकार बच्चे में मोटर विकलांगता का कारण बनता है तथा आमतौर पर इससे पीड़ित व्यक्ति के लिए सामान्य जीवन जीना संभव नहीं हो पाता है. वहीं कई बार इस विकार से पीड़ित लोगों को अपने बहुत से कामों के लिए दूसरों पर निर्भर भी रहना पड़ता है.
Cerebral Palsy को लेकर आमतौर पर लोगों में ज्यादा जानकारी नहीं देखी जाती है. जिसका खामियाजा पीड़ित को कई तरह से झेलना पड़ता है. ऐसे में सिर्फ रोग को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए ही नहीं बल्कि इस रोग से पीड़ित लोगों को आत्मनिर्भर बनाने तथा इलाज व अन्य मदों में उनके जीवन को सरल बनाने के लिए प्रयास करने के उद्देश्य से हर साल 6 अक्टूबर को विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस मनाया जाता है.
विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस 2023
क्या है सेरेब्रल पाल्सी
गौरतलब है कि सेरेब्रल पाल्सी को मोटर विकलांगता की श्रेणी में रखा जाता है क्योंकि इस विकार से पीड़ित व्यक्ति को आमतौर पर सामान्य तरह से चलने, बोलने तथा सीखने में समस्या का सामना करना पड़ता है. विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों द्वारा उपलब्ध सूचना के आधार पर उपलब्ध आंकड़ों की माने तो पूरी दुनिया में लगभग 17 मिलियन से ज्यादा लोग Cerebral Palsy से पीड़ित हैं. रोग नियंत्रण और बचाव विभाग- CDC के अनुसार Cerebral Palsy हर 1000 शिशुओं में से 1-2 को प्रभावित करता है. लेकिन यह प्रीमेच्योर बेबी यानी समय से पहले जन्म लेने वाले हर 100 शिशुओं में से 15 को प्रभावित कर सकता है. खासतौर जिन बच्चों का वजन जन्म के समय काफी होता है उनमें इस विकार के होने की आशंका ज्यादा रहती है. सेरेब्रल पाल्सी बच्चे में गर्भावस्था के दौरान, जन्म के दौरान, जन्म के बाद या बचपन में हो सकती है.
सेरेब्रल पाल्सी या जिसे सीपी भी कहा जाता है सिर्फ एक विकार नहीं बल्कि कई ऐसे लक्षणों का एक समूह होता है जो मस्तिष्क के ऐसे भागों में विकृतियों या क्षति के कारण नजर आते हैं जो मांसपेशियों की गतिविधियों के संचालन का कार्य करती हैं या उन्हें नियंत्रित करने का कार्य करती हैं. आमतौर पर Cerebral Palsy से पीड़ित बच्चों में मस्तिष्क के अन्य हिस्सों में भी असामान्यताएं भी देखने में आती हैं, जैसे असामान्य मस्तिष्क विकास या विकासशील मस्तिष्क को नुकसान आदि. जिसके चलते व्यक्ति की मांसपेशियों को नियंत्रित करने की क्षमता प्रभावित होने के साथ कई बार सामान्य तरह से चलने, सीखने, सुनने व बोलने की क्षमता में समस्या, दृष्टि संबंधी दोष, मिर्गी और बौद्धिक क्षमता में क्षति आदि समस्या भी हो सकती है. जानकारों के अनुसार दवाइयों से CP का पूरी तरह से इलाज संभव नहीं हैं, लेकिन यदि बचपन से ही फिजियोथेरेपी तथा अन्य माध्यमों से समस्या के प्रबंधन का प्रयास किया जाय तो वयस्क होने तक कई लोग आत्मनिर्भर बन सकते हैं.