कोविड से लड़ने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाने के लिए जरूरी विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. इसमें रोजाना प्रत्येक सत्र में 100 से 200 लोगों का टीकाकरण करने से लेकर, कोई प्रतिकूल असर ना हो इसके लिए टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक निगरानी करने, लाभार्थियों को ट्रैक करने के लिए कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क के उपयोग जैसे तमाम निर्देश शामिल हैं. यह वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की अनुमति मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में कोविड-19 वैक्सीन के बड़े पैमाने पर टीकाकरण के पहले चरण के लिए 30 करोड़ भारतीय आबादी को चिन्हित किया है. इसमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स, 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और 27 करोड़ ऐसे आम लोग हैं, जो विशेषज्ञ समूह द्वारा तय किए गए प्राथमिकता वाले समूहों में आते हैं.
12 दिसंबर को जारी किए गए दिशा-निर्देश के अनुसार, लोक सभा और विधान सभा चुनाव में इस्तेमाल हुई नई सूची का उपयोग 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने में किया जाएगा.
रोजाना प्रत्येक सत्र में लगभग 100 से 200 लोगों को टीका लगाया जाएगा और फिर डोज के कारण कोई प्रतिकूल असर तो नहीं हो रहा, यह देखने के लिए 30 मिनट तक व्यक्ति की निगरानी की जाएगी. हर टीकाकरण टीम पांच सदस्यीय होगी.