साइकोलॉजिस्ट और ‘सेविंग योर मैरिज बिफ़ोर इट स्टार्ट्स’ के लेखक लेस पैरोट के अनुसार,‘ ऐसे जोड़े जिनमें सेक्स बिल्कुल नहीं होता है , उनमें ऑक्सिटोसिन जैसे बॉन्डिंग हार्मोन्स का स्तर कम हो जाता है। जिसका असर उनके आपसी प्यार और रिश्ते पर पड़ता है। जिसके चलते तनाव, शक और गुस्से जैसी भावनाएं प्रबल होने लगती है। हालांकि अपनी रिपोर्ट में वह यह भी कहते हैं,‘‘ऐसा ज़रूरी नहीं है कि हर सेक्सलेस कपल असंतुष्ट या नाख़ुश हो। सेक्स आपसी घनिष्टता का महज़ एक एक्सप्रेशन है। लेकिन चिकिसक और जानकार मानते हैं की सेक्स ना करना शरीर और मन दोनों पर नकारात्मक असर दिखा सकता है। आइए जानते हैं की विशेषज्ञों की राय में जो लोग सेक्स नहीं करते तो उनके शरीर पर और क्या-क्या प्रभाव पड़ सकते हैं।
रिश्तों पर असर
ज़्यादातर लोगों की ज़िंदगी में सेक्स की कमी का सीधा असर उनके रिश्ते पर होता है। जिसका असर उनके आपसी विश्वास, रिश्ते में रहने की ख़ुशी, संतुष्टि और किसी के द्वारा प्यार किए जाने की भावना में कमी के रूप में नजर आ सकता है। वहीं कई बार इस कारण दंपति उपेक्षित भी महसूस कर सकते हैं और उनमें झगड़े बढ़ सकते हैं।
चिंता व तनाव का बढ़ना
वर्ष 2010 में जनरल ऑफ फैमिली साइकोलॉजी में दैनिक तनाव व यौन सक्रियता के बीच संबंध तथा सबंधित प्रतिक्रयाओं को लेकर प्रकाशित एक अध्धयन में और अध्धयन का विषय रही उन महिलाओं ने दैनिक तनाव की बात स्वीकारी थी ,जो सेक्स को लेकर न के बराबर या बिल्कुल भी सक्रिय नहीं थीं। इस अध्धयन में एक स्थानीय महिला कालेज की छात्राओं को विषय बनाया गया था। दरअसल सेक्स करने से शरीर में एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज होता हैं। तंत्रिकाओं को प्रभावित करने वाले ये न्यूरोकेमिकल्स चिंता या तनाव के प्रभावों को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, ऑक्सीटोसिन का आपको नींद में मदद करने का अतिरिक्त लाभ होता है। यदि आप नियमित रूप से सेक्स नहीं करते हैं, तो आपका शरीर इन हॉर्मोन्स को कम रिलीज करता है, जिससे तनाव का सामना करना अधिक मुश्किल हो सकता है।
नींद में कमी
सेक्स का अभाव शरीर में प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसिन जैसे आरामदायक नींद को बढ़ावा देने वाले हार्मोन के निर्माण और स्राव को प्रभावित करता है। जिससे व्यक्ति की नींद की मात्रा और गुणवत्ता दोनों पर असर पड़ता है।
दर्द में राहत
अपने मन को किसी भी दर्द और पीड़ा से निकालने के लिए सेक्स एक अच्छा तरीका हो सकता है। दरअसल शारीरिक संबंधों से मिली संतुष्टि के चलते शरीर को एंडोर्फिन और अन्य हार्मोन जारी होता है, जो सिर, पीठ और पैर के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। वहीं इससे गठिया दर्द और मासिक धर्म में ऐंठन में भी मदद मिलती है।
इम्यूनिटी पर भी पड़ता है असर
अगर आप शारीरिक संबंध नहीं बना रहे हैं तो इसका असर आपके इम्यून सिस्टम पर भी पड़ सकता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि जब लोग शारीरिक संबंध बनाते हैं तो शरीर में इम्यूनोग्लोबिन केमिकल लगातार बढ़ता है। इसके बढ़ने का यह फल होता है कि इससे हमारा शरीर कई तरह के रोगों से लड़ सकता है। लेकिन इसकी कमी से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। इससे आप जल्दी बीमार पड़ने लग जाते हैं।