भारत सरकार ने मध्यप्रदेश के लिए 362 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को मंजूर किया है, इनमें से 100 केद्रों की शुरुआत हो गई है. ये ऐसे केंद्र हैं, जहां आयुष चिकित्सा के साथ योग, पंचकर्म एवं पैथोलॉजी की सुविधाएं भी उपलब्ध होगी. आयुष (स्वंतत्र प्रभार) राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे ने सोमवार को मंत्रालय से प्रदेश के 100 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का ऑनलाइन शुभांरभ करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सेंटर पर योग समय पर हो तथा डॉक्टर निर्धारित समय पर उपलब्ध रहें. साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का स्थानीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए.
उन्होंने कहा कि चिकित्सक और अन्य कर्मचारी लोगों से शिष्टाचार से व्यवहार कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दे. सेंटर से आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि को भी जोड़ने के प्रयास हो.
कांवरे ने निर्देश दिए कि जहां हर्बल गार्डन उपलब्ध नहीं है, वहां सरपंच से बात कर जगह चिन्हित करें. हर्बल गार्डन में कम से कम 100 प्रकार की औषधीय पौधे लगाएं. सेंटर में पंचकर्म और हर्बल गार्डन बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने आयुष ग्राम की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए. साथ ही योग सेंटर पर ज्यादा से ज्यादा लोग आएं, इसका प्रयास करें.
भारत सरकार से प्रदेश के लिए 362 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्वीकृति प्राप्त हुई है. इसमें से प्रथम चरण में आज 100 सेंटर का शुभारंभ किया गया. सेंटर में आयुष चिकित्सा के साथ योग, पंचकर्म एवं पैथालॉजी की सुविधाएं भी उपलब्ध होगी.
आमजन को उनकी दिनचर्या, ऋतुचर्या एवं प्रकृति परीक्षण कर रोगों से बचाव तथा रोग होने पर आहार-विहार की जानकारी उपलब्ध करवाई जाएंगी. सेंटर में औषधीय पौधों के हर्बल गार्डन बनाए गए हैं. औषधीय पौधों के उपयोग से रोगों की रोकथाम की जानकारी तथा उन्हें घर में लगाने एवं उनकी खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा.