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सर्दियों के मौसम में अस्थमा रोगी दें स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान

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Published : Dec 21, 2020, 11:31 PM IST

सर्दियों का मौसम ऐसे लोगों के लिए काफी परेशानियों भरा रहता है, जिन्हें अस्थमा जैसे श्वसन रोग होते है. इस मौसम में जहां उनके श्वास रोग के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है, वहीं उनका शरीर इस मौसम में फैलने वाले अन्य संक्रमणों को लेकर ज्यादा संवेदनशील हो जाता है. ऐसे में बहुत जरूरी है की अस्थमा रोगी पहले से भी अपने स्वास्थ का विशेष ध्यान रखने जिससे सर्दी के मौसम में वे स्वयं को किसी गंभीर स्थिति से बचा सके.

asthmatic during winter
सर्दियों में अस्थमा रोगी

सर्दियों के मौसम में अस्थमा के मरीजों में आमतौर पर सांस लेने में समस्या, श्वास नली में सिकुड़न या उसमें सूजन के अलावा कफ जैसी समस्याएं बढ़ जाती है. कोविड-19 के इस दौर में भी ऐसे लोगों के लिए जो अस्थमा जैसी बीमारियों के पीड़ित है, विशेष निर्देश जारी जाते रहें है. उस पर अब सर्दी के मौसम में संक्रमण की चपेट में आने की आशंका को देखते हुए बहुत जरूरी है की अस्थमा रोगी अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. ETV भारत सुखीभवा आपके साथ साझा कर रहा है कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से अस्थमा रोगी बेहतर ढंग से इन सर्दियों में अपने स्वास्थ का ध्यान रख सकते है तथा कोरोना सहित कई अन्य समस्याओं से भी स्वयं को बचा सकते हैं.

  • व्यायाम जरूरी है

ना सिर्फ श्वसन प्रक्रिया और तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए बल्कि पूरे शरीर को चुस्त रखने के लिए बहुत जरूरी है की प्रतिदिन नियमित तौर पर कम से कम 30 मिनट तक हल्का फुल्का व्यायाम या योग किया जाए. ऐसा करने से शरीर में चुस्ती तो आती है तथा शरीर में रक्तप्रवाह बढ़ता है. अस्थमा के रोगी यदि नियमित रूप से प्राणायाम करते है, तो उन्हें काफी फायदा होता है.

  • शरीर को गर्म रखें

बहुत जरूरी है की अस्थमा रोगी स्वयं को ज्यादा ठंड से बचा कर रखें. शरीर में गर्मी बनाए रखना उनके स्वास्थ को दुरुस्त रखने के लिए बहुत जरूरी है. इसलिए ठंड से बचने के लिए उन्हें सिर्फ गर्म कपड़े पहनने ही नहीं बल्कि पूरे शरीर को अच्छे से ढकने की जरूरत होती है. जिससे शरीर को गर्मी मिलती रहे.

  • शरीर को गर्मी देने वाला पौष्टिक भोजन करें

सर्दी के मौसम को हरी सब्जियों का मौसम भी कहा जाता है. इस मौसम में अपने खाने में सूप, सूखे मेवों तथा हरी सब्जियों को नियमित तौर पर शामिल करें. इसके अलावा गरम तासीर वाले भोज्य पदार्थों का ही सेवन किया जाना चाहिए और ठंडी तासीर वाले भोजन से दूरी बनानी चाहिए.

  • आसपास की सफाई का रखें खास ख्याल

हल्की सी भी धूल-मिट्टी के संपर्क में आने से अस्थमा के मरीजों को सांस से जुड़ी समस्याएं होने लगती है. ऐसे में बहुत जरूरी है की वे अपने घर तथा आसपास के स्थानों की ज्यादा सफाई रखें और ऐसे कामों से बचे जिनसे धूल मिट्टी के संपर्क में आने की आशंका हो.

  • मास्क पहनकर ही घर से निकले

ना सिर्फ कोरोना से बचाव के लिए, बल्कि किसी भी प्रकार के वायरल संक्रमण तथा एलर्जी से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल जरूरी है. चूंकि अस्थमा के रोगियों का दूषित वातावरण के संपर्क में आने से बीमार होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए अस्थमा रोगी बिना मास्क के घर से बाहर जाने की गलती ना करें.

  • हमेशा पास रखें इनहेलर

अस्थमा रोगियों के लिए बहुत जरूरी है की वह अपने पास हमेशा अपना इनहेलर रखें. ताकि सांस लेने में समस्या होने पर या अचानक अस्थमा अटैक आने पर इनहेलर का इस्तेमाल किया जा सके.

  • धूम्रपान, तंबाकू के सेवन से बचें

अस्थमा के मरीजों को धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे श्वास संबंधी समस्याएं बढ़ सकती है.

  • ज्यादा देर घर से बाहर ना रहे

सर्दी के मौसम में विशेषकर ज्यादा ठंडी जगहों पर वातावरण में ऑक्सीजन की कमी रहती है. ऐसे में अस्थमा के रोगियों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है, इसलिए इन लोगों को विशेष ध्यान देने की जरूरत हैं. यदि संभव हो तो, कम से कम या जरूरत होने पर ही घर से बाहर जाएं. खास तौर पर सुबह और शाम के समय घर से बाहर जाने से बचें, क्योंकि उस समय ठंड ज्यादा होती है.

  • बीमार व्यक्ति से बनाएं दूरी

दूसरे लोगों की अपेक्षा अस्थमा पीड़ितों में संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे में जहां तक हो सके, उन्हें बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए.

  • हमेशा हल्का गरम पानी पिए

ठंड के मौसम में लोग कम पानी पीते है, जिससे हमारे पाचन तंत्र व शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ता हैं तथा बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में इन्हें रोजाना 8-10 गिलास पानी का सेवन जरूर करना चाहिए. अस्थमा रोगियों के लिए जरूरी है की वे ठंडा पानी पीने से बचें और हमेशा हल्का गरम या गुनगुना पानी ही पिए.

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