दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sukhibhava

सर्दियों में मधुमेह रोगियों के लिए 10 प्राकृतिक चिकित्सा और योग टिप्स - अधिक से अधिक पानी पीएं

हमारे पूर्वज कह के गए हैं स्वास्थ्य है, तो सब कुछ है. ठीक वैसे ही योग से पूरा शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहता है. लेकिन क्या योग डायबिटीज के लिए फायदेमंद है? डायबिटीज रोगियों के लिए किस प्रकार के योगासन काम करेंगे? डॉ. एच.पी. भारती, डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर, जिंदल नेचर क्योर इंस्टीट्यूट ने ETV भारत सुखीभवा के माध्यम से प्राकृतिक चिकित्सा और योग टिप्स साझा किए हैं, जो सर्दियों के मौसम में डायबिटीज से पीड़ित लोगों की मदद कर सकते हैं.

Naturopathy and Yoga Tips
प्राकृतिक चिकित्सा और योग टिप्स

By

Published : Jan 7, 2021, 3:09 PM IST

डायबिटीज के मरीजों के लिए सर्दियों का मौसम एक चुनौती भरा होता है. कम शारीरिक गतिविधि के साथ सर्दी का मौसम शरीर पर भारी तनाव डालता है. इससे एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे प्राकृतिक उत्तरजीविता हार्मोन निकलते हैं. नतीजतन, लीवर ऊर्जा को बढ़ाने के लिए अधिक ग्लूकोज स्त्राव करता है.

डॉ. एच.पी. भारती, डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर, जिंदल नेचर क्योर इंस्टीट्यूट कहते हैं: 'वर्तमान में, भारत में 50 मिलियन से अधिक लोग डायबिटीज के ग्रसित है और 2025 तक 6 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है. इसलिए, देश के सामने एक बड़ी चुनौती है.'

डॉ. भारती ने 10 प्राकृतिक चिकित्सा और योग युक्तियां साझां की हैं, जो सर्दी के मौसम में डायबिटीज से पीड़ित लोगों की मदद कर सकते हैं :

  • डाइट
    डाइट

किसी भी प्रकार के मौसम में डायबिटीज को नियंत्रित रखने के लिए संतुलित आहार सबसे महत्वपूर्ण है. इस मौसम में अपने आहार में मौसमी सब्जियां, फलों, साबुत अनाज, दाल, बीन्स, और दलिया को शामिल करें. मिठाई और वसा युक्त भोजन से बचना चाहिए. इसके अलावा, डायबिटीज रोगियों को सूखे मेवों का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें मौजूद फ्रुक्टोज शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं.

  • अधिक से अधिक पानी पीएं

मूत्र के माध्यम से अतिरिक्त ग्लूकोज से छुटकारा पाने के लिए शरीर में पानी की कमी नहीं रखना चाहिए. दिन भर में 3 से 4 लीटर पानी जरूर पीएं.

  • योग
    योग

हमारे पूर्वज पुरातन काल से योग को प्राथमिकता देते आये हैं. वहीं योग डायबिटीज को नियंत्रित रखता है. विज्ञान में भी देखा गया है कि योग आंतरिक मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है. वहीं अग्न्याशय और अंतःस्रावी तंत्र को उत्तेजित करते हैं. इसके साथ ही यह इंसुलिन स्राव को आसान बनाता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है.

  • वैकल्पिक उपचार
    वैकल्पिक उपचार

वैकल्पिक उपचार विधियों जैसे एक्यूपंक्चर, फिजियोथेरेपी, हाइड्रोथेरेपी, आदि, शरीर को कई मायनों में सद्भाव बहाल कर सकते हैं. एक्यूपंक्चर, जहां शरीर में विशिष्ट बिंदुओं में डाली जाने वाली पतली सुई वजन घटाने, ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद कर सकती है. फिजियोथेरेपी और हाइड्रोथेरेपी, न्यूरोलॉजिकल और मस्कुलोस्केलेटल कार्यों को बढ़ावा देते हैं, जो वजन घटाने में सहायक होते हैं, तनाव के स्तर और रक्तचाप को कम करते हैं.

  • गहरी नींद लें
    गहरी नींद लें

किसी भी इंसान के लिए गहरी नींद महत्वपूर्ण है, क्योंकि शरीर इसे विषाक्त पदार्थों, दैनिक तनावों, और कोशिकाओं की मरम्मत करने के लिए निर्भर करता है. शरीर को नुकसान से बचाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए मधुमेह रोगियों को रोजाना कम से कम 6-7 घंटे की लगातार नींद लेनी चाहिए.

  • मानसिक स्वास्थ
    मानसिक स्वास्थ

डायबिटीज से प्रभावित लोग अधिक तनाव के साथ रहते हैं. यह चिंता, मनोदशा में बदलाव, भ्रम और अवसाद का कारण बन सकता है. अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन का कहना है कि सर्दियां के दौरान सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) हो सकता है. हालांकि, यह उपचार योग्य है. प्रियजनों के साथ समय बिताना, अपनी पसंद की हॉबिस करना, ऐसे कुछ तरीके हैं जिनके माध्यम से डायबिटीज मरीजों को राहत मिल सकती है.

  • पर्सनल हाइजीन

पर्सनल हाइजीन बनाए रखने के लिए, डायबिटीज वाले लोगों को प्राकृतिक साबुन से बार-बार अपने हाथों को धोना चाहिए. इसके अलावा, नेति पॉट के उपयोग के दौरान खारे पानी के साथ अभ्यास करना चाहिए, क्योंकि यह श्वसन मार्ग को साफ रखता है.

  • वजन कम करना
    वजन कम करना

मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज के विकास के जोखिम को 80-85 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है. मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए, अग्न्याशय शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर सकता है. इसलिए, स्वस्थ और फिट रहने के लिए वजन कम करना एकमात्र विकल्प बन जाता है. अतिरिक्त वजन से छुटकारा पाने के लिए नियमित व्यायाम, तेज चलना आदि को दैनिक जीवन में शामिल करें.

  • इम्यून सप्रेसिंग फूड्स से बचें

डायबिटीज मरीजों को ज्यादा तेल या वसा युक्त भोजन, शराब, कैफीन और सफेद चीनी से दूर रहना चाहिए, जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है. वहीं अधिक वसा युक्त भोजन लसीका प्रणाली को अवरुद्ध कर सकते हैं, जिससे संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता कम हो सकती है.

  • प्रकृति से जुड़ें
    प्रकृति से जुड़ें

बाहर या प्रकृति में समय बिताना ना केवल मूड को बदलता है, बल्कि शरीर में विटामिन डी के स्तर को भी बढ़ाता है. विटामिन डी एक आवश्यक घटक है, जो रोगजनकों को पहचानने और उनके खिलाफ प्रतिक्रिया के साथ शरीर की क्षमता को बढ़ाता है, विशेष रूप से इन्फ्लूएंजा.

डायबिटीज की देखभाल जटिल है और यह ग्लूकोज नियंत्रण से परे है. शारीरिक गतिविधि, स्वस्थ भोजन और शरीर के उचित वजन को बनाए रखना डायबिटीज को रोकने, प्रबंधित करने और उलटने में महत्वपूर्ण कारक हैं. प्राकृतिक चिकित्सा कारकों, सर्दियों के मौसम में डायबिटीज रोगियों की सहायता के लिए उन्हें कैसे संशोधित किया जा सकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details