नई दिल्ली:सदर बाजार में सीलिंग के खिलाफ फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन ने पीड़ित व्यापारियों के साथ थालियां बजाकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही साथ व्यापारियों ने दुकानों की डी-सीलिंग करने के लिए उपराज्यपाल को ज्ञापन दिया. ज्ञापन में बताया गया कि दिल्ली नगर निगम ने 12 जनवरी 2023 को जटवारा, सदर बाजार में स्थित 17 इमारतों में 25 दुकानों को सील कर दिया है, जो एशिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े थोक बाजार में से एक है.
दिल्ली में मास्टर प्लान 2041 आने वाला है, जिसके तहत जिस मार्केट में 70 फीसदी से ज्यादा कॉमर्शियल एक्टिविटी होती है. वह कॉमर्शियल मार्केट की श्रेणी में आएगा. पत्र में आगे लिखा है कि सीलिंग का आदेश 11 अप्रैल 2022 को जारी हुआ था, लेकिन इस आदेश पर 10 महीने बाद कार्रवाई की गई. अधिकारी इतने दिन तक क्या कर रहे थे. 10 महीनों के बाद दुकानें अचानक कैसे सील कर दी गईं. इस मामले में अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में है, इसकी जांच की जानी चाहिए.
इस महीने की शुरुआत में सदर बाजार की 25 दुकानों को सील कर दिया गया था. जबकि, पांच को दुकान खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है. इस दौरान परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि सीलिंग की कार्रवाई से पूरा सदर बाजार का व्यापारी हताश हो चुका है. जो इसी कारण अब सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन कर रहा है. उन्होंने बताया कि कल सदर बाजार के व्यापारी मार्च करके मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे. रजिंदर शर्मा ने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा जब तक दुकानों की सील नहीं खुल जाती, तब तक व्यापारी सड़कों पर बैठे रहेंगे.