नई दिल्ली:एशिया की सबसे सुरक्षित माने जाने वाले तिहाड़ जेल में बुधवार को सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान जेल में मोबाइल, सिम और सुआ बरामद हुआ. इस बात से नाराज कैदियों ने खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की, जिसमें लगभग 20 कैदी घायल हो गए. इनमें से गंभीर रूप से घायल चार कैदियों को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया. जेल प्रशासन का दावा है कि जेल कर्मचारियों को बदनाम करने के लिए कैदियों ने यह कार्रवाई की.
कैदी के भाई ने किया फेसबुक पोस्ट कर दी जानकारी:जेल में बंद एक कैदी के भाई ने तो पुलिस पर आरोप लगते हुए फेसबुक पोस्ट तक कर दिया. उसने लिखा कि जल नंबर 8-9 में जेल स्टाफ ने जबरन कैदियों के साथ मारपीट की गई है. इस संबंध में जब जेल PRO से जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने बताया कि 21 जून को शाम में जेल स्टाफ को जेल नंबर 8-9 में पहले सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान एक कीपैड मोबाइल फोन और एक सुआ बरामद किया गया.
कैदियों ने जेल प्रशासन पर लगाया मारपीट का आरोप:इसी जेल में सीसीटीवी कंट्रोल रूम से यह पता चला कि कैदी के पास एक सिम कार्ड और मोबाइल चार्जर भी है. इसे भी बरामद कर लिया गया. इस दौरान जब दूसरे कैदी से इस बारे में पूछताछ की जा रही थी तो पता चला कि एक कैदी के पास मोबाइल फोन है, लेकिन वह उसे वापस नहीं कर रहा था. साथ ही कुछ कैदी उसे इस बात के लिए उकसा रहे थे कि वह मोबाइल जेल प्रशासन को वापस ना करें. इस दौरान जब जेल प्रशासन उस मोबाइल को रिकवर करने की कोशिश कर रहा था तो काफी कैदियों ने जेल प्रशासन को गालियां देनी शुरू कर दी. लगभग 20 कैदियों ने अपने आप को चोट पहुंचाने की कोशिश की और आरोप जेल प्रशासन पर लगा दिया कि जेल प्रशासन ने मारपीट की है.