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त्रिलोचन सिंह मर्डर केस: हत्या का एक और आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने PC कर दी जानकारी - पुलिस ने पीसी कर दी जानकारी

नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. जबकि बाकी तीन आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

Police gave PC information
Police gave PC information

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Published : Sep 15, 2021, 2:43 PM IST

नई दिल्ली: नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या मोती नगर इलाके में हुई थी. इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. जबकि बाकी के तीन आरोपी अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं. वहीं पुलिस गिरफ्तार आरोपी से लगातार मामले के संबंध में पूछताछ कर रही है. पूछताछ में वजीर की हत्या मामले में कई बड़े खुलासे हुए हैं. जिसके बारे में पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए जानकारी दी है.

इस मामले में आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में वेस्ट जिले के एडिशनल डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि जांच के दौरान शुरू में हरप्रीत और हरमीत का नाम आया था. लेकिन तीसरे व्यक्ति का नाम राजेंद्र चौधरी उर्फ राजू गंजा जो हरमीत का दोस्त था उसके बारे में जानकारी मिली. राजेंद्र चौधरी उर्फ राजू को जम्मू से उसके ससुराल से पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की. पूछताछ के दौरान राजू गंजा ने यह खुलासा किया कि हत्या के वक्त मोती नगर के बसई दारापुर के उस फ्लैट में तीन नहीं बल्कि 4 लोग मौजूद थे. चौथे आरोपी का नाम बिल्लू बताया जा रहा है. बता दें कि टीएस वजीर की हत्या गोली मारकर की गई थी.

त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले में पुलिस की पीसी.

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एडिशनल डीसीपी के अनुसार टी एस वजीर की हत्या 3 सितंबर को ही कर दी गई थी. उन्होंने यह भी बताया कि हत्या से पहले उन्हें कोई नशीली चीज खिलाकर बेहोश भी किया गया था. उनके अनुसार इन चारों ने किसी मकान की छत पर मिलकर योजना बनाई और फिर हरप्रीत ने पिस्टल लाकर हरमीत को दी थी और हरमीत ने ही टी एस वजीर को गोली मारी थी. एडिशनल डीसीपी के अनुसार पूछताछ में यह बात सामने आई है कि 1983 में जम्मू में तिहरा हत्याकांड हुआ था. जिसमें टी एस वजीर शामिल थे. उसमें मृतक एक व्यक्ति जिसका नाम कुलदीप और पप्पी था वह हरप्रीत का मामा बताया जा रहा है और तब इस तिहरे हत्याकांड में टीएस वजीर की भी गिरफ्तारी हुई थी. तो पुलिस को फिलहाल शक है कि हरप्रीत ने ही अपने मामा की हत्या का बदला लेने के उद्देश्य से टी एस वजीर की हत्या करवाई. साथ ही एडिशनल डीसीपी का यह भी कहना है कि अभी कई सारे एंगल है जिसकी जांच की जा रही है और इसके बाद ही हत्या की असल वजह का पता लग पाएगा. लेकिन अब तक की जांच के अनुसार हरप्रीत ही मास्टरमाइंड लग रहा है.

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उन्होंने बताया कि टी एस वजीर की हत्या की प्लानिंग लगभग 2 महीने पहले ही कर ली गई थी कि उन्हें दिल्ली बुलाकर उनकी हत्या की जाएगी. एडिशनल डीसीपी प्रशांत गौतम के अनुसार हरमीत की प्रोफाइल से ही एक-दो दिन पहले एक सुसाइड नोट भी फेसबुक पर डाला गया था. उसकी भी जांच की जा रही है. साथ ही हरप्रीत की एक महिला मित्र के भी बसई दारापुर के उस फ्लैट में आने की जानकारी मिली थी. इस बात की भी जांच की जा रही है साथ ही पुलिस इन चारों आरोपियों के आपसी रिश्ते की भी जांच में जुटी है.

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