नई दिल्ली:जनकपुरी के वीरेंद्र नगर इलाके में मोहल्लों के बीच तारों का जाल वहां के रहने वाले लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुका है. अधिकतर तार केबल और इंटरनेट वालों का है जो अवैध तरीके से बिजली के खंभों पर भी लगाए गए हैं. इसकी वजह से कई बार आग लगने की घटना भी हो चुकी है.
जनकपुरी के वीरेंदर नगर इलाके में बिजली के खंभों और मकानों के बिल्कुल पास से गए हुए इन तारों के जाल को देखिए जो काफी संख्या में हर घर के आगे से निकला हुआ है. क्योंकि यह तार बिजली के खंभों पर भी अधिकतर जगह लगाए गए हैं. इस वजह से कई बार शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की घटनाएं भी हो चुकी हैं. इन हादसों के बाद इन केबल और इंटरनेट वालों के साथ-साथ निजी बिजली कंपनी BSES को भी जानकारी दी गई. बावजूद इसके इन तारों के जाल को हटाया नहीं गया है.
केबल के तार के जाल से लोग परेशान. ये भी पढ़ें: फ्रांस के दूल्हे की हुई अफगानी दुल्हन, जानिए भारतीय कानून ने कैसे दोनों को जोड़ा
स्थानीय लोगों की मानें तो यह समस्या काफी समय से चली आ रही है, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. कुछ घरों के गैलरी के सामने से यह तार जाते हैं जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. स्थानीय लोगों ने इलाके के बीजेपी पार्षद और पूर्व महापौर नरेंद्र चावला से भी शिकायत की.
वहीं जब इस समस्या के बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली का ही ये हाल है. जिसमें केबल और इंटरनेट वाले अवैध तरीके से बिजली के खंभों पर भी तारें लगा देते हैं. लेकिन इसको लेकर साउथ एमसीडी में चर्चा की जा रही है जिसमें थोड़ा वक्त लग रहा है इसके बाद इस समस्या का समाधान हो सकता है.
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दरअसल यह समस्या किसी एक कॉलोनी की नहीं बल्कि पूरी दिल्ली के अलग-अलग कॉलोनी में तारों का यही हाल है और लोग परेशान हैं. इसको लेकर फिलहाल एमसीडी में चर्चा की बात की गई है. लेकिन ऐसा लगता है आने वाले कुछ महीनों में तो इसका कोई स्थाई हल निकलने वाला नहीं है. लेकिन इतना तय है कि आनेवाले एमसीडी चुनाव में ये मुद्दा भी उठेगा जरूर.