नई दिल्ली: ईडब्लूएस/डीजी/सीडब्लूएसएन कैटेगरी में बच्चों का नाम आए एक महीने से ज्यादा हो गया है, लेकिन स्कूल अपनी मनमानी के चलते बच्चों का दाखिला नहीं दे रहे हैं. अभिभावक बार-बार स्कूलों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक बच्चों का एडमिशन नहीं लिया गया. 9 जुलाई 2021 को शिक्षा विभाग ने इस विषय में एक सर्कुलर भी जारी किया है, लेकिन उसके बाद भी अभिभावकों को स्कूलों से निराशा ही मिली हैं.
वहीं, दुर्गा सप्तशती फाउंडेशन की फाउंडर संध्या सिंह बच्चों को एडमिशन दिलाने के लिए अभिभावकों के साथ निरंतर प्रयासरत हैं. इसके तहत उन्होंने अभिभावकों के साथ मिलकर डीडीई, डीओई, दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और डीसीपीसीआर में शिकायत की, लेकिन कोई हल नहीं निकला.
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इसके बाद बुधवार सुबह बच्चों को एडमिशन दिलाने और केजरीवाल सरकार की ओर से गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन के आदेश का स्कूलों की मनमानी की शिकायत करने के लिए उन्होंने अभिभावकों के साथ मिलकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के निजी निवास पर शांतिपूर्ण धरना दिया. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें, कार्यकर्ताओं और अभिभावकों को गिरफ्तार कर लिया.
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अब सवाल ये पैदा हो रहा है कि जब केजरीवाल सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में ईडब्लूएस कैटेगरी के तहत बच्चों के एडमिशन का आदेश दिया था तो प्राइवेट स्कूल बच्चों को एडमिशन क्यों नहीं दे रहे. क्या स्कूल-प्रशासन को दिल्ली के मुख्यमंत्री के आदेश से कोई लेना देना नहीं है. शायद इसीलिए वो उनके आदेश की अवहेलना कर रहे हैं. गौरतलब है कि मुख्यंमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा की बात करते हैं, लेकिन उनके खुद के राज्य में स्कूल प्रशासन उनको ठेंगा दिखा रहा है.