नई दिल्ली: दिल्ली को बेहतर और खूबसूरत बनाने के खूब दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत अभी भी कोसों दूर है. जनकपुरी इलाके स्थित भारती महिला कॉलेज के बाहर जल बोर्ड की लापरवाही के कारण कॉलेज के बहार बने फुटपाथ पर कई जगहों पर सीवर के ढक्कन या तो गायब हैं या फिर टूटे हुए हैं, जो हमेशा हादसों को न्योता देते रहते हैं.
भारती कॉलेज के दो गेट हैं, लेकिन इन रास्तों के साथ वाले गेट से ही अधिकतर लड़कियां प्रवेश करती हैं और इन कॉलेज की लड़कियों का इसी रास्ते से कॉलेज आना जाना होता है. जहां बिना ढक्कन वाले और टूटे हुए ढक्कन वाले सीवर में गिरने की संभावना बनी रहती है. इसके बावजूद संबंधित विभाग इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है. कॉलेज की छात्राओं के अलावा आम लोग भी यहां से आते जाते हैं. उनके लिए भी खतरा यूं ही बरकरार रहता है, क्योंकि भारती कॉलेज के साथ की मुख्य सड़क जनकपुरी को हरि नगर सुभाष नगर से जोड़ती है. इस सड़क पर हर वक्त ट्रैफिक काफी ज्यादा होता है.
ऐसे में अधिकतर लोग इसी पेडिस्ट्रेंन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जगह-जगह सीवर के ढक्कन खुले या टूटे होने से यहां से गुजरने वालों के लिए खतरा बने रहते हैं. वहां जरा सी असावधानी होने पर गिरने का खतरा बना रहता है.