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अब NCR का सफर होगा आसान, जनकपुरी से आरके आश्रम के बीच मेट्रो संचालन को मिली मंजूरी

दिल्ली सरकार ने जनकपुरी और आरके आश्रम (Janakpuri to RK Ashram Metro) के बीच मेट्रो संचालन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इससे पश्चिम तथा मध्य दिल्ली के लाखों लोगों को राजधानी के अन्य हिस्सों समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आना-जाना आसान हो जाएगा.

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जनकपुरी से आरके आश्रम के बीच मेट्रो संचालन

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Published : Oct 20, 2022, 10:31 PM IST

नई दिल्ली : दिवाली पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने वेस्ट दिल्ली और सेंट्रल दिल्ली में रहने वाले लोगों को तोहफा दिया है. साथ ही मेट्रो का जो प्रोजेक्ट रुका हुआ था उसके संचालन का रास्ता साफ हो गया है. जनकपुरी से आरके आश्रम (Janakpuri to RK Ashram Metro) के बीच मेट्रो का काम लंबे समय से अधर में था. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस प्रोजेक्ट में आड़े आ रहे 316 पेड़ों को काटने और प्रत्यारोपित के प्रस्ताव को गुरुवार को मंजूरी दे दी.

दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (DMRC) ने जनकपुरी से आरके आश्रम तक नए मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण (Metro Corridor Construction) में बाधक इन पेड़ों को काटने तथा प्रत्यारोपण करने की अनुमति को लेकर प्रस्ताव भेजा था. इस रूट पर मेट्रो की कुल लंबाई 29.5 किलोमीटर का है. यह कोरिडोर मजेंटा लाइन के जनकपुरी वेस्ट स्टेशन को ब्लू लाइन के आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा. इस कॉरिडोर के तहत जनकपुरी से आरके आश्रम के बीच कई घनी आबादी वाले इलाकों से गुजरेगा.

दिल्ली मेट्रो के चार के तहत जनकपुरी वेस्ट से आरके आश्रम तक कुल 22 मेट्रो स्टेशन बनेंगे. इस प्रोजेक्ट को तीन हिस्सों में बांटा गया है. जनाकपुरी से कृष्णा पार्क तक अंडर ग्राउंड कॉरिडोर बनाया जाएगा. कृष्णा पार्क से अशोक विहार तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा. जबकि अशोक विहार से डेरावल होते हुए आरके आश्रम तक अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट है. इस कॉरिडोर के रास्ते पर डेरावल नगर पड़ता है. यहां गुरुद्वारा नानक देव के पास इस्माइल खां पार्क है, जहां कॉरिडोर के प्रोजेक्ट में 316 पेड़ आ रहे थे. इन्हीं पेड़ों की वजह से इस कॉरिडोर के निर्माण का काम रुका था.

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दिल्ली सरकार ने डीएमआरसी को निर्देश दिया है कि सरकार द्वारा चिन्हित और स्वीकृत किए गए पेड़ों के अलावा साइट पर स्थित एक भी अन्य पेड़ को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. दिल्ली सरकार ने एजेंसी को पेड़ों को काटने और प्रत्यारोपण के बदले में अनिवार्य रूप से 10 गुना पेड़ लगाने को कहा है. इस प्रकार डीएमआरसी 58 फीसदी पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने के अलावा 3160 पेड़ पौधे भी लगाएगा. इन पेड़ों को तीन महीने के अंदर ही लगाने होंगे. दिल्ली सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार डीएमआरसी अगले सात वर्षों तक पेड़ों के रख-रखाव की जिम्मेदारी भी लेगा.

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