नई दिल्ली:दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने खुद को स्वतंत्रता संग्राम का सिपाही बताया है. उन्होंने केंद्र सरकार और केंद्रीय जांच एजेंसियों पर तंज कसते हुए ट्वीट किया और लिखा'' साहिब जेल में डाल कर मुझे कष्ट पहुंचा सकते हो. मगर हौसले तोड़ नहीं सकते. कष्ट अंग्रेजों ने भी स्वतंत्रता सेनानियों को दिया था. मगर उनके हौसले कभी नहीं टूटे''.
मतलब साफ है कि सिसोदिया ने शराब घोटाले की इस लड़ाई को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ दिया और खुद को स्वतंत्रता संग्राम का सिपाही बता दिया है. उनके ट्वीट से साफ है कि वह अपने समर्थकों को यह संदेश देना चाहते हैं कि उन्होंने कोई घोटाला नहीं किया है. उनके ट्वीट का मतलब निकाला जाए तो उनके अनुसार शराब नीति में किसी तरह का कोई घोटाला नहीं हुआ और जांच एजेंसियों को भी अब तक कोई ऐसा पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है.
सिसोदिया के अनुसार यह जो लड़ाई उन पर थोपी गई है, यह सच और झूठ की लड़ाई है. सिसोदिया सहित उनकी पार्टी के आला नेता सच के साथ हैं, तभी इसकी तुलना उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई से कर दी है. साथ ही उन्होंने कहा स्वतंत्रता संग्राम में जिस तरह से आजादी के लिए सिपाहियों ने डटकर मुकाबला किया था. ठीक उसी तरह से यह भी इस लड़ाई का डटकर मुकाबला कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि ंस्वतंत्रता-संग्राम की लड़ाई में जैसे सिपाहियों को जीत प्राप्त हुई थी. उसी तरह इस लड़ाई में वह जीतेंगे और आने वाले समय में सब कुछ साफ हो जाएगा.