नई दिल्ली:कोरोना महामारी ने देश को बहुत क्षति पहुंचाई है. उस दौर में लोगों के सामने अपने जीवन को बचाने की सबसे बड़ी चुनौती थी. उस दौरान कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए कई कोरोना वारियर्स ने अपनी जान तक गंवा दी थी. इसी कड़ी में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को कोर्ट काल में ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आकर जान गवाने वाले नर्सिंग ऑफिसर सतविंदर हंस के परिजनों से मुलाकात की. स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान परिवार वालों को एक करोड़ की सम्मान राशि का चेक सौंपा.
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि वीरेंद्र नगर निवासी स्वर्गीय सतिंदर हंस दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के दुर्घटना विभाग में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के पद पर तैनात थी. अस्पताल में कोरोना काल में लोगों की सेवाएं करते हुए उनकी मौत हो गई थी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भले ही अनुग्रह राशि परिवार वाले को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएगा. लेकिन परिजनों को आर्थिक मदद से अपना भविष्य संभालने में थोड़ी सहायता जरूर मिलेगी. स्वास्थ्य मंत्री ने सतविंदर हंस के परिवारों को उनकी मौत पर सांत्वना दी. उन्होंने यह भरोसा दिलाया, कि भविष्य में किसी भी तरह की जरूरत पड़ने पर दिल्ली सरकार हर संभव मदद करेगी.
सौरभ भारद्वाज ने स्वर्गीय सतविंदर हंस के बेटे और बेटी को 50-50 लाख रुपए का चेक सौंपा. उन्होंने कहा कि स्वर्गीय सतविंदर हंस ने अपने जीवन के 3 दशक से अधिक समय तक लोगों की सेवा की, इसलिए उनकी जान की कीमत नहीं लगाई जा सकती है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि करोना महामारी के बीच जनता की सेवा के लिए डॉक्टरों और कर्मचारियों ने अपने परिवार वालों से दूर रहकर मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे की सेवाएं दी. इस दौरान कई डॉक्टरों ने कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए अपनी जान तक गंवा दी.