नई दिल्ली:कुछ दिन पहले स्पेशल सेल ने जिस खतरनाक गैंगस्टर विजय फर्माणि को गिरफ्तार किया था उसने अब कई खुलासे किए हैं. फर्माणि ने सबसे बड़ा खुलासा खूंखार गैंगस्टर शरद पांडेय के बारे में किया है. फर्माणि ने बताया कि शरद पांडेय अब नेताओं की सुपारी ले रहा है और नॉर्थ ईस्ट से अपना काला कारोबार चला रहा है.
नेताओं ने दे रखा है संरक्षण!
बता दें कि उत्तम नगर में रहने वाले शरद पांडेय ने वाहन चोरी के जरिये अपराध की दुनिया में कदम रखा था. यहां से सैकड़ों गाड़ियां चोरी कर वह उत्तर-पूर्वी राज्यों में बेचने लगा. इस दौरान वहां के कुछ राजनीतिक लोगों के संपर्क में आकर उसने सितंबर 2017 में फिरौती के लिए दिल्ली में एक डॉक्टर का अपहरण किया. इस मामले में वह पकड़ा नहीं गया. अब उसका नाम नागालैंड के एक नेता की हत्या के लिए एक करोड़ की सुपारी लेने में आया है. यह खुलासा क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार विजय फर्माणि नामक बदमाश ने पूछताछ में किया है.
फर्माणि ने किए कई खुलासे
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि वह राजधानी में हो रही कार लूट की वारदातों को ध्यान में रखते हुए काम कर रहे थे. इस दौरान उनकी टीम ने लखनऊ से विजय फर्माणि को गिरफ्तार किया, जिसने तीन ट्रिपल मर्डर सहित 11 हत्याएं कर रखी थीं. वह दक्षिण दिल्ली से गाड़ी लूटने की कई वारदातों में भी शामिल था. इन गाड़ियों को वह कुख्यात वाहन चोर शरद पांडेय को देता था, जिसका उत्तर-पूर्वी राज्यों में बड़ा नेटवर्क है. पूछताछ के दौरान विजय ने पुलिस के समक्ष ऐसे चौंकाने वाले खुलासे किए जिससे पुलिस भी सन्न रह गई.
शरद पांडेय है मास्टरमाइंड
विजय फर्माणि ने पुलिस को बताया कि फरार रहने के दौरान वह अपना गुजारा चलाने के लिए कार लूटता रहा है. यह गाड़ियां वह गुवाहाटी जाकर शरद पांडेय को देता था, जो उसे रुपये देता था. गाड़ी को ठिकाने लगाने का काम शरद पांडेय ही करता था. उसने पुलिस को बताया कि उसके द्वारा की गई हत्याओं के बारे में शरद को पता था. हाल ही में उसे शरद ने बताया कि नागालैंड के एक नेता की हत्या के लिए उसने एक करोड़ रुपये में सुपारी ली है. इस हत्या को वह उससे अंजाम दिलवाना चाहता था. इसके लिए उसे मोटी रकम मिलनी थी. लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया.
नॉर्थ ईस्ट में छुपा है गैंगस्टर शरद पांडेय अपहरण से सुर्खियों में आया था शरद पांडेयफरार चल रहा शरद पांडेय का परिवार उत्तम नगर में रहता है. वह पहले गाड़ियां चोरी करता था. वर्ष 2015 में उसने पुलिसकर्मी बनकर असम के डॉ. पेगू का चाणक्य पुरी से अपहरण कर लिया था. यह अपहरण वहां के एक नेता के इशारे पर किया गया था. डॉक्टर के परिवार ने लगभग 50 लाख रुपये फिरौती चुकाकर उन्हें छुड़ाया था. इस बाबत मामला मध्य जिला में दर्ज हुआ था. इस मामले की जांच के दौरान क्राइम ब्रांच के सामने शरद पांडेय का नाम सामने आया, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया.
सैकड़ों गाड़ियां चोरी कर चुका शरदराजधानी से सैकड़ों गाड़ियां चोरी कर चुका शरद पांडेय एक नामी अपराधी बन चुका है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से लेकर स्पेशल सेल की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है. पुलिस के लिए उसे गिरफ्तार करना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि दिल्ली-एनसीआर के साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी अब उसका महत्वपूर्ण नेटवर्क खड़ा हो चुका है. यह नेटवर्क उसके छिपने के काम आ रहा है. वहीं इसकी मदद से वह बड़े-बड़े अपराध भी कर रहा है.