नई दिल्ली : बलूचिस्तान के टेरी में हुए अद्वैतानंद जी के मंदिर पर हमले से उनको मानने वाले बेहद आहत हैं. उनके बताए रास्ते पर चलने वाले उनके भक्त रोज उनके मंदिर में जाकर भजन कीर्तन के माध्यम से पाकिस्तान को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना करते हैं. रमेश खन्ना जहां पाकिस्तान की घटना पर खेद व्यक्त कर रहे हैं. वहीं उनका कहना है कि ये घटना पाकिस्तान की बदकिस्मती है क्योंकि उनके अनुयायी वहां के मुस्लिम भी हैं और अगर वे चाहते तो कितना फायदा ले सकते थे. साथ ही खन्ना के ये भी कहना है कि पाकिस्तान के वर्ग विशेष का इस हमले के बाद खुलासा हो गया.
उनके अनुसार 1997 में भी इसी मंदिर को निशाना बनाया गया था. तब बाद में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 2015 में फिर से मंदिर निर्माण किया गया अब फिर हमला. वहीं राजौरी गार्डन के ही रहने वाले और इससे जुड़े संस्था से जुड़े सेवादार का कहना है कि वहां कोई एक धर्म को नहीं बल्कि सभी धर्मों का सम्मान तो होता ही है. उपदेश और शिक्षा भी वहां जाने वाले अलग धर्म के लोगों को उनके धर्मों के हिसाब से दिया जाता था.