नई दिल्ली: राजधानी के पश्चिमी दिल्ली इलाके में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. जिसमें पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो एटीएम के द्वारा लोगों के बैंक अकाउंट से पैसा निकाल कर फरार हो जाते थे.
20 से अधिक मामले हैं दर्ज
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह काफी दिनों से इस अपराध में लिप्त हैं. वहीं इनके ऊपर पहले भी 20 से अधिक मामले दर्ज हैं. वहीं अब इस गिरोह के चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है. जिसके नाम धर्मेंद्र सैनी जो कि नजफगढ़ का रहने वाला है. वहीं सिद्धार्थ गांधी जो उत्तम नगर का रहने वाला है.
सुनील कुमार नजफगढ़ का रहने वाला है. इनका चौथा साथी मयंक शुक्ला त्री नगर का रहने वाला है. मयंक इस गिरोह में एटीएम में लगे सीसीटी कैमरों को खराब करने और उनपर स्प्रे करने का काम करता था.
एक साथ 86 लोगों ने दर्ज की शिकायत
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीती 11 मई को लगभग एक साथ 86 लोगों ने उनके अकाउंट से पैसा गायब होने की शिकायत दर्ज कराई. जहां पुलिस ने जांच शुरू की. जिसमें तिलक नगर के दो एटीएम सामने आए जहां से पैसे निकाले गए थे.
ATM से क्लोनिंग करने वाला गिरोह गिरफ्तार वहीं सीसीटीवी से पुलिस को सुराग मिला और पहले आरोपी धर्मेंद्र सैनी को गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद सिद्धार्थ गांधी, सुनील कुमार और मयंक शुक्ला भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
कार्ड स्कैनिंग से देते थे घटना को अंजाम
वहीं पूछतांछ में पता चला कि यह गिरोह उन एटीएम मशीनों में कार्ड स्कैनिग लगा देता था. जहां गार्ड नहीं होते थे. जिसके बाद यह स्कैनिंग से मिले डाटा से नए क्लोनिंग एटीएम कार्ड बना कर अलग अलग राज्यों और इलाकों के एटीएम से लोगों के अकाउंट का पैसा निकल लिया करते थे.
चोरी का सामान किया बरामद
पुलिस ने इनके पास से कई स्कैनिग मशीनें भी बरामद की हैं, वहीं लोगों के अकाउंट से निकाले गए लगभग 15 लाख रुपये, एक पिस्टल, 16 कार्टेज, 500 नकली एटीम कार्ड, 2 गाड़ियां भी पुलिस ने बरामद की है.
फिलहाल ये चारो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है.