नई दिल्ली: आदर्श नगर में डीयू के छात्र राहुल की हत्या के मामले में परिजनों ने मामले को सांप्रदायिक रंग न देने का अनुरोध किया है. मृतक राहुल के परिजनों का कहना है कि कई मीडिया चैनल्स पर दलित युवक की हत्या दिखाया जा रहा है, जो कि पूरी तरह गलत है. उनका कहना है कि उनका परिवार दलित समुदाय से नहीं है वे सामान्य कैटेगरी से है. यदि कल मामला कोर्ट में जाता है तो कोर्ट उनसे दलित का प्रमाण मांगेगी तो उनके पास कोई प्रमाण भी नहीं है कि वह दलित जाति से संबंध रखते हैं. साथ ही पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. इतना जरूर है कि हम हिंदू हैं और जिन लड़कों ने वारदात को अंजाम दिया है वह दूसरे समुदाय से है.
राजनीति के कारण मामले को जातिगत बनाया जा रहा है- राजू नागर पीड़ित परिवार दलित नहीं है
मृतक राहुल के चाचा ने बताया कि जिस किशोरी को लेकर झगड़ा हुआ था, वह किशोरी उनके पक्ष में है. किशोरी के बयान के आधार पर ही उसके भाइयों की गिरफ्तारी की गई है. जिन्होंने मर्डर किया है. साथ ही मृतक के चाचा ने बताया कि किशोरी पर परिवार के लोग किसी भी तरह का दबाव ना बनाएं, कुछ उस पर अटैक ना करे, उसे नुकसान ना पहुंचाएं. इसलिए परिवार से दूर लड़की को नारी निकेतन भेज दिया गया है और हत्या करने वाले दो बालिगों को तिहाड़ जेल में भेज दिया गया है. साथ ही तीन जो नाबालिग आरोपी है उन्हें बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है. साथ ही परिवार के साथ साथ पुलिस के अधिकारियों ने भी मीडिया से अनुरोध किया है कि इस मामले में सांप्रदायिक रंग ने दिया जाए. मृतक के चाचा ने कहा कि इसे सांप्रदायिक रंग ने दिया जाए.
पुलिस की ओर से मिल रहा है सहयोग
यदि कल कोई सांप्रदायिक तूल पकड़ता है दो संप्रदायों में तनाव बढ़ता है तो वह अच्छा नहीं होगा क्योंकि पुलिस उनका पूरा सहयोग कर रही है. पुलिस के सभी अधिकारी उनके घर पर आ रहे हैं. हत्या करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसलिए इसे सांप्रदायिक नहीं देना चाहिए.