नई दिल्ली: वैसे तो दिल्ली अपने लजीज खाने के लिए दुनिया भर में मशहूर है. सेंट्रल दिल्ली से पुरानी दिल्ली तक कई ऐसे इलाके हैं, जो अपने जायकों के लिए विख्यात हैं, मगर, पश्चिमी दिल्ली के बाजार भी पीछे नहीं हैं. यहां कई ऐसी दुकानें और ठिए हैं, जहां एक बार कुछ खा लिया, तो बार बार आने को मन करता है. तिलक नगर के मेन मार्केट में ऐसी ही एक दुकान है, वेज जायका. यहां दूर-दूर से लजीज व्यंजनों के शौकीन आते हैं. यहां आपको खास तौर पर कचौड़ी, छोले-भटूरे, पनीर के ब्रेड पकौड़े, 5 फ्लेवर वाले पानी के साथ मिलने वाले गोल-गप्पे किसी को अभी अपना दीवाना बना सकते हैं. इसके अलावा आपको मिलाते हैं, ऐसे समोसे वाले से जो रोज़ सुबह 3 बजे अपनी दुकान खोलते हैं.
पचरंगा, पुरानी मार्किट तिलक नगर
तिलक नगर की पुरानी मार्केट में डाक घर वाली गली के बाहर एक पचरंगा नाम की चाट और गोल गप्पे की दुकान है. इसकी खासियत यह है कि यहां गोलगप्पों के साथ 5 फ्लेवर का पानी मिलता है. आटे और सूजी के गोलगप्पों में उबले आलू और छोले डाल कर ग्राहकों को परोसा जाता है. दुकान के मालिक ने बताया कि वह तीन पीढ़ी से काम कर रहे हैं. तिलक नगर से पहले दुकान अम्बाला में थी. आज भी ऐसे बहुत से ग्राहक हैं जो अगर अम्बाला से दिल्ली आए हैं, तो तिलक नगर जरूर आते हैं. और यहां के गोल-गप्पे का स्वाद लेकर जाते हैं. यहां के पांच फ्लेवर के पानी में एक मीठा पानी है, इसके अलावा यहां जीरा काली मिर्च पानी, पुदीना खट्टा पानी, पुदीना मीठा पानी और हींग पानी मिलता है, जो आपके हाज़मे को ठीक करता है.
मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 2, तिलक नगर
अब बात करते हैं एक ऐसे दुकानदार की जो आधी रात में दुकान सजाते हैं. दिल्ली में ऐसी बहुत सी दुकानें हैं, जो आधी रात में भी लोगों को लजीज व्यंजन परोसती हैं. तिलक नगर मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 2 के बाएं तरफ फुटपाथ के पास तीन दुकानें हैं जो आधी रात के बाद खुलती है और दिन निकलते ही बंद हो जाती हैं. यहां के एक दुकानदार ने बताया कि वह यहां पर 30 साल से दुकान लगाते हैं. यह जगह रात तीन बजे के बाद गुलजार होती है, जब सभी अखबारों के वेंडर यहां अपनी-अपनी गाड़ियां लेकर पहुंचते हैं. पहले चाय समोसा खाते हैं, फिर अपने-अपने काम में लग जाते हैं.
न्यू राज कचौड़ी भंडार, शिवाजी मार्केट तिलक नगर