नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कुछ साल पहले दुकानों की सीलिंग शुरू हुई जो आज तक नहीं खुली है. यह मुद्दा MCD चुनाव में बड़ा बन सकता है. इसको लेकर दिल्ली बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के नए संयोजक बने रमेश खन्ना से ईटीवी भारत ने बात की है. उन्होंने बताया है कि उनकी पहली प्राथमिकता यही है कि कैसे इन दुकानों की सीलिंग हटाई जाए.
दिल्ली में दुकानों की सीलिंग एक बहुत बड़ा मुद्दा है. दिल्ली के अंदर हजारों की संख्या में दुकानें सील हैं. ये दुकानें अलग-अलग कैटेगरी की हैं. इन दुकानों के संचालक कभी-कभी प्रदर्शन करते हैं, लेकिन उन्हें कुछ हासिल नहीं होता. दिल्ली बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के नए संयोजक का पद संभालने वाले व्यापारी नेता रमेश खन्ना ने सीलिंग का जिम्मेदार MCD के ब्यूरोक्रेट्स को ठहराया है.
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा लोकल शॉपिंग सेंटर यानी LAC का है. ये कॉमर्शियल प्लॉट है और इसके ऊपर कन्वर्जन चार्ज नहीं बनता है, लेकिन MCD ने मॉनिटरिंग कमेटी के माध्यम से LAC के तहत पांच हजार दुकानों को सील कर रखा है. इसके खिलाफ पीड़ित दुकानदार सुप्रीम कोर्ट तक गए. इसके बाद दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) ने भी दुकानदारों के पक्ष में नोटिफिकेशन जारी करते हुए कि इनके ऊपर कन्वर्जन चार्च नहीं बनता है. इसके बावजूद MCD के ब्यूरोक्रेट्स इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
रमेश खन्ना ने बताया कि कुछ दुकान और प्लॉट ऐसे हैं, जहां जगहों को मिस यूज किया गया था. उनको MCD की ओर से नोटिस दिया गया. उसके बाद उन्होंने मिस यूज को हटा लिया. कुछ लोगों को बवाना में प्लॉट मिले और वे वहां चले गए. उनके जाने के बाद खाली प्लॉट और दुकान से मिस यूज हट गया. इसके बाद भी सालों से यह दुकानें और प्लॉट सील हैं. यह एकदम निराधार है.