दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

अगले साल शुरू होगा विकासपुरी में अस्पताल बनाने का काम - विकासपुरी के हस्तसाल इलाके की खबर

विकासपुरी के हस्तसाल इलाके में पिछले डेढ़ दशक से यहां के लोगों को अस्पताल बनने का इंतजार है. जब दिल्ली की सत्ता पर कांग्रेस का राज था, तब अलग-अलग इलाकों में अस्पताल बनाने की योजनाओं की शुरुआत हुई थी. उसी दौरान यहां पर 6 एकड़ जमीन पर 200 बेड के अस्पताल बनाने की योजना की घोषणा हुई थी. यह घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित ने की थी.

The work of the hospital in Hastasal will start next year
हस्तसाल में अस्पताल बनने का इंतजार

By

Published : Dec 28, 2020, 3:11 PM IST

नई दिल्ली:विकासपुरी के हस्तसाल इलाके में पिछले डेढ़ दशक से यहां के लोगों को अस्पताल बनने का इंतजार है. यह इंतजार खत्म कब होगा, यह किसी को नहीं पता. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार चुनाव के समय नारियल टूटे, उद्घाटन हुआ, लेकिन अस्पताल बनाने की आधारशिला तक नहीं रखी गई. वहीं इलाके के AAP विधायक का दावा है अगले साल मार्च-अप्रैल तक काम शुरू होगा.

हस्तसाल में अस्पताल बनने का इंतजार

सिर्फ चुनाव के वक्त हुए उद्घाटन, पार्टियों का चुनावी प्लान

जब दिल्ली की सत्ता पर कांग्रेस का राज था, तब अलग-अलग इलाकों में अस्पताल बनाने की योजनाओं की शुरुआत हुई थी. उसी दौरान विकासपुरी इलाके के हस्तसाल में 6 एकड़ जमीन पर 200 बेड के अस्पताल बनाने की योजना की घोषणा हुई थी. यह घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित ने की थी.

हालांकि, उसके बाद यहां नारियल भी फूटे और ऐसे नारियल पिछले 12 साल में कई बार फूटे, लेकिन चुनाव के वक्त. अस्पताल अब तक नहीं बना. स्थानीय लोगों का कहना है कि तब से अब तक बस उद्घाटन ही हुआ. अस्पताल बनने की दिशा में कोई कोशिश आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद भी नहीं दिख रही.

आस पास रहने वाले लोगों का कहना है कि अगर यहां अस्पताल बन जाए तो लोगों को कहीं और जाना ना पड़े. वहीं इलाके के AAP विधायक का दावा है कि उन्होंने यहां कोई नारियल नहीं फोड़ा. लेकिन उनका कहना है कि टेंडर में कुछ दिक्कत के बाद मार्च-अप्रैल से अस्पताल का काम शुरू हो जाएगा.

ये भी पढ़ें:-बीजेपी की नजफगढ़ पूर्वांचल मोर्चा ने ऑटो रिक्शा चालकों को किया सम्मानित

डेढ़ दशक में 200 बेड का अस्पताल नहीं बना

दरअसल, यहां सन 2008 में 200 बेड के अस्पताल बनाये जाने की घोषणा कांग्रेसी सरकार के वक्त की गई थी, जो पूरी नहीं हो पाई. लेकिन उसके बाद सत्ता में आई AAP सरकार भी स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव के दावे करते नहीं थकती. लेकिन तीसरी बार सत्ता में आने के बावजूद अब तक AAP बनाए जाने की कोई सुगबुगाहट नहीं देख यहां के लोगों को ये डर सता रहा कि कहीं फिर अगले चुनाव तक मामला ना लटक जाए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details