नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कहने को तो तीन सरकारों का शासन चलता है लेकिन काम शायद ही किसी का सही से दिखता है. मानसून से पहले राज्य सरकार और MCD लगातार दावा करते हैं कि नालों की सफाई हो गई है, जल भराव को कोई समस्या उत्पन्न नहीं होने देंगे लेकिन वास्तविकता इन दावों से परे है.
दिल्ली की सड़कें हल्की सी बारिश में तालाब बन जाती है. नालियों का पानी घरों में घुस जाता और बामारियां लोगों के घर कर जाती है. हाल ये है कि जलजमाव के कारण घरों में चूहे, कनखजूरे और केंचुए घरों में भारी मात्रा में देखे जा रहे हैं.
बारिश के पानी में जलमग्न एक ऐसे ही इलाके में ETV भारत की टीम पहुंची. हमारी टीम ने लोगों से जाना कि किस तरह यहां पर नालियों में रुके हुए पानी और मच्छरों के कारण लोग परेशान हैं. कई बार अर्जी देने पर भी यहां के विधायक कोई कदम नहीं उठा रहे हैं.
बता दें कि यह स्थिति तिलक विहार के ई ब्लॉक इलाके की है. यहां के स्थानीय निवासियों ने ईटीवी भारत को बताया कि पिछले तीन-चार साल से इस जगह पर सफाई नहीं हो रही है. जिस कारण घरों के बाहर नालियों में जमा होने के वजह से बदबू आती है, जिसके कारण घरों में रहना तक मुश्किल हो गया है. बारिश के दिनों में ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले लोगों के घरों में पानी जमा होने लगता है. जिससे नालियों से चूहे, नेवले, कनखजूरे, केंचुए निकल कर घरों में घुस जाते हैं.