नई दिल्ली:स्पेशल सेल नॉर्थरन रेंज और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने एक बड़े इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट का खुलासा करने में कामयाबी पाई है. इस मामले में विदेशी मास्टरमाईंड सहित पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान नाइजीरिया के किंग्सली अमेची उर्फ किंग, नजफगढ़ के रवि दत्त और खानपुर के श्री नारायण के रूप में हुई है. इनके कब्जे से 17 करोड़ रुपये से ज्यादा के कुल 241 ग्राम कोकीन और 3 किलो हेरोइन के अलावा एक कार और एक ऑटो बरामद की गई है.
डीसीपी राजीव रंजन सिंह के अनुसार, अफ्रीकी नागरिक किंग इसका मास्टरमाइंड है, जबकि रवि दत्त और श्री नारायण उसके इशारे पर अलग-अलग लोगों को ड्रग्स की सप्लाई करते थे. ये पिछले 7 सालों से इस नशे के कारोबार में लिप्त हैं.
डीसीपी ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में ड्रग्स के बढ़ते खतरों को देखते हुए, स्पेशल सेल/एनआर और एसटीएफ के एसीपी वेद प्रकाश की देखरेख में इंस्पेक्टर अरविन्द कुमार और राकेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.
पुलिस टीम, सूत्रों को सक्रिय कर नारकॉटिक्स ट्रेफिकिंग कार्टेल के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. जिसमें उन्हें दो लोगों रवि दत्त और श्री नारायण के बारे में पता चला था, जो टीएसआर से ड्रग्स की सप्लाई किया करते थे. इस जानकारी को और विकसित करने पर ये खुलासा हुआ कि ये दोनों दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में अफ्रीकी और इंडियंस को कोकीन और हेरोइन की सप्लाई करते थे, जिन्हें वो एक नाईजीरियन नागरिक किंग से लेते थे. इसके बाद पुलिस ने और गुप्त सूत्रों को इनके बारे में जानकारियों को एकत्र करने के लिए लगाया.
जिससे उन्हें दोनों आरोपियों के ड्रग्स कार्टेल के अन्य सदस्यों को ड्रग्स की सप्लाई के लिए टीएसआर से आने का पता चला. सुचना पर प्रतिक्रिया करते हुए एसआई अमित सेहरावत, गुरुप्रसाद, हेड कॉन्स्टेबल संदीप और अन्य की टीम ने ट्रैप लगा कर वंदे मातरम रोड से उन्हें दबोच लिया. उनके पास से 135 ग्राम कोकीन बरामद की गई, जबकि उसकी निशानदेही पर पुलिस ने ऑटो में बनाये गए कैविटी से 1 किलो हेरोइन बरामद किया है.
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पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो दोनों इंटरनेशनल ड्रग्स कार्टेल के प्राइम मेंबर हैं और एक अफ्रीकन नागरिक किंग के इशारे पर वो ड्रग्स की सप्लाई करते थे. उन्होंने बताया कि वो एक ऑटो को किराए पर लेकर ड्रग्स की डिलीवरी किया करते थे. पुलिस की जांच से बचने के लिए उनमें से एक ड्राइवर के रूप में ऑटो ड्राइव करता था, जबकि दूसरा यात्री के रूप में ऑटो में सवार रहता था. पुलिस ने ड्रग्स की खेप को जब्त कर दोनो को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की पुछताछ और जांच में लिए उन्हें रिमांड पर ले लिया है.
आगे की जांच में जुटी पुलिस टीम को अफ्रीकी नागरिक किंग्सली अमेची उर्फ किंग के बारे में पता चला, जो अपने ड्रग्स कार्टेल के मेंबर को ड्रग्स की खेप की सप्लाई के छतरपुर के मंदिर लेन स्थित शी ब्यूटी पार्लर के पास आने वाला था. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ट्रैप लगा कर उसे दबोच लिया. इसके बाद तय प्रक्रिया के अनुसार उसकी तलाशी ली गयी, जिसमें उसके पास से 106 ग्राम कोकीन और 2 किलो हेरोइन बरामद की गई.
किंग्सली अमेची इंडिया में ड्रग्स सप्लाई का मुख्य सदस्य है, और 2014 से वो इस नशे के कारोबार को कर रहा है. उसने खुलासा किया कि एक चिड़ी नाम का अफ्रीकी इस सिंडिकेट का किंगपिन है, जो अलग-अलग हवाई मार्गों से ड्रग्स की खेप को इंडिया भेजता है.
उसने खुलासा किया कि 2011 में वो इंडिया आया था, और फिर यहीं उसने गिफ्ट नाम की अफ्रीकी युवती से शादी की थी. वो हरियाणा के फरीदाबाद में रह रहा था. शुरुआत में वो ऑटो आर्ट्स को नाइजीरिया सप्लाई करने का काम करता था. लेकिन इस काम मे उसे नुकसान उठाना पड़ा, जिसके बाद वो एक अन्य नाईजीरियन सैमुएल के संपर्क में आया था, जिसने 2014 में उसे इस अवैध ड्रग्स के कारोबार में उतारा था. एक दूसरे नाइजीरिया नागरिक कैनेडी ने उसे ड्रग्स ट्रेफिकिंग के अलग-अलग रूट्स के बारे में बताया. केनेडी ड्रग्स ट्रेफिकिंग के एक बड़े नेटवर्क को चला रहा था, और वापस नाइजीरिया जाने के पहले उसने इसे किंग के हवाले कर दिया था.