बिंदापुर से चोरी के गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार नई दिल्लीः दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली के बिंदापुर थाना की पुलिस टीम ने एक रिसीवर और उसको चोरी का सामान बेचने वाले मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है. साथ ही इनके एक नाबालिग साथी को भी हिरासत में लिया गया है. इनके पास से चोरी की दो स्कूटी, कार की 7 बैटरी, 4 मोबाइल और चोरी में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार को भी बरामद किया है.
इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने 13 मामलों का खुलासा करने का दावा किया है. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि गिरफ्तार किया गया मास्टरमाइंड संजय पहले से 18 मामलों में शामिल रहा है, जो इसने अलग-अलग थाना इलाकों में अंजाम दिया था. इसकी गिरफ्तारी से बिंदापुर, हरी नगर और मोहन गार्डन थाना के मामलों का खुलासा किया गया है. इसे एसीपी राजबीर लांबा की देखरेख में एसएचओ राजेश मलिक, सहायक सब इंस्पेक्टर अरविंद, चांदवीर, हेड कांस्टेबल राजू, रमेश, दिनेश, धर्मेंद्र और कांस्टेबल राजेश की टीम ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से पता लगाकर ट्रैक किया.
स्थानीय इंटेलिजेंस की मदद से जब इसके बारे में विशेष जानकारी मिली तो फिर पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को मटियाला गांव के पास से पकड़ लिया. संजय अपने नाबालिग साथी के साथ स्कूटी पर सवार होकर वहां पहुंचे थे. यह स्कूटी बिंदापुर थाना इलाके से पिछले साल चोरी की निकली. यह लोग कार की बैटरी और मोबाइल बेचने आए थे. आगे की पूछताछ हुई तो चार और मोबाइल बरामद किए गए.
संजय ने पुलिस को बताया कि वह बिंदापुर इलाके में कार की बेटियां चोरी करता है और यामीन नाम के एक स्क्रैप डीलर को उत्तम नगर में बेचता है. पुलिस टीम वहां पहुंची और उत्तम नगर से यामीन खान को भी गिरफ्तार किया. वहां से 5 और कार की बैटरी बरामद की गई. इसके अलावा संजय की निशानदेही पर हरी नगर थाना इलाके से चुराई गई एक और स्कूटी बरामद की गई, जिसे यह मटियाला इलाके में एक प्लॉट पर छुपाकर रखा हुआ था. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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वहीं, द्वारका जिला के स्पेशल स्टाफ की पुलिस टीम ने काला जठेड़ी गैंग के एक बदमाश को ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान कपिल डागर के रूप में हुई है. यह पहले से लूट और आर्म्स एक्ट के मामले में शामिल रहा है. इसके पास से 61 ग्राम फाइन क्वालिटी की एम्फेटामाइन ड्रग्स बरामद की गई है, जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है. यह एक मामले में पीड़ित को कोर्ट से अपनी कंप्लेंट वापस लेने के लिए भी धमका रहा था. पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह अपने सहयोगी सुधीर के साथ मिलकर मोहन गार्डन इलाके में एक मामले के पीड़ित को धमका रहा था. इसका चचेरा भाई सचिन अभी जेल में है. इसके फरार साथी के बारे में पुलिस टीम पता लगा रही है.
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