नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम द्वारा लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर प्रदीप सिंह को गिरफ्तार करने के बाद अब उसके बारे में कई जानकारी सामने आ रही है. साथ ही पौड़ी गढ़वाल के एक छोटे से गांव में परचून की दुकान चलाने वाले व्यक्ति के बेटे ने इतनी कम उम्र में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ थामा इसे लेकर जानकारी इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है. उसकी गिरफ्तारी के बाद कई सवाल भी उबर रहे हैं-
- प्रदीप को हथियार किसने उपलब्ध कराया?
- हथियार किस जगह उपलब्ध करवाया गया?
- इससे मिलने कौन-कौन लोग आने वाले थे?
- वह गुरुग्राम के जिस दोस्त के साथ था, वह कौन है?
- क्या उसका भी क्रिमनल प्रोफाइल है?
- इस शूटर को दिल्ली में क्या टारगेट दिया गया था?
सामने आई जानकारी:स्पेशल सेल की टीम इन सवालों के जवाब ढूंढ रही है. प्रदीप सिंह ने बताया कि जब वह मात्र 3 साल का था, तो परिवारवालों ने उसे राजस्थान के बीकानेर में रहने वाले रिश्तेदार के पास छोड़ दिया था. वहां उसने आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की, जिसके बाद वह वापस अपने पैतृक पौड़ी गढ़वाल पहुंच गया. वहीं साल 2022 में पढ़ाई छोड़कर वह गुरुग्राम आ गया और अपने एक दोस्त के साथ रहने लगा. उसका दोस्त गैंगस्टर काला राणा का रील देखा करता था, जिसे देखकर वह काला राणा को इंस्टाग्राम पर फॉलो करने लगा.