नई दिल्ली:चुनाव आयोग ने दिल्ली के आगामी चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. इसी ऐलान के साथ दिल्ली में आचार संहिता भी लागू हो गई है. अब दिल्ली में पिलर्स, खंभों और दीवारों से नेताओं के पोस्टर हटा दिए गए हैं. ऐसा ही कुछ द्वारका के उत्तम नगर, द्वारका मोड़, नवादा मेट्रो पिलर पर देखने को मिला. यूं तो यहां साल के 12 महीने नए-नए पोस्टर्स नजर आते हैं, लेकिन चुनाव आते ही ये पूरे पिलर्स चुनावी पोस्टर्स से भर जाते हैं.
मेट्रो पिलर्स से गायब हुए नेताओं के पोस्टर खराब हो रही है 'खूबसूरती'
जब से आचार संहिता लागू हुई है, तब से पोस्टर्स हटा दिए गए हैं. इन पोस्टर्स के कारण ना सिर्फ मेट्रो पिलर भद्दे नजर आते हैं बल्कि इन पिलर्स के नंबर भी दिखने बंद हो गए हैं. मेट्रो पिलर पर लिखे गए नंबर का लोग पता बताने के लिए इस्तेमाल करते थे, लेकिन इन पोस्टर्स ने पिलर्स की सतह खराब कर दी है.
दिल्ली में राजनेताओं के पोस्टर्स मेट्रो पिलर ही नहीं, बिजली के खंभों, दीवारों और हर जगह देखे जा सकते हैं. आचार संहिता लागू होते ही इन्हें हटा तो दिया जाता है, लेकिन इनसे संपत्ति को नुकसान पहुंचता है.