नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना महामारी के कारण सभी साप्ताहिक बाजारों पर रोक लगा दी गई है. जिसको लेकर साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों में सरकार के खिलाफ काफी रोष है. सरकार से मांग कर रहे हैं की जब दिल्ली में सभी तरह की दुकानें खोल दी गई है तो, साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों के साथ सौतेला व्यवहार सरकार, क्यों कर रही है.
साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोगों ने सरकार को दी चेतावनी बाजार लगाने वाले लोगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि 30 सितंबर तक सरकार ने दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने पर रोक लगाई हुई है, लेकिन 1 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर से लेकर सचिवालय तक मानव श्रृंखला बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश की जाएगी.
मानव श्रृंखला बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश
संस्था के पदाधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि 22 मार्च को दिल्ली के सभी बाजार कोरोना महामारी के चलते बंद हो गए थे, लेकिन अब करीब 6 महीने बाद भी दिल्ली के साप्ताहिक बाजारों को नहीं खोला जा रहा है. जिसकी वजह से बाजार लगाने वाले लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. आज इसी बात को लेकर भलस्वा झील के पास नॉर्थ दिल्ली बाजार एसोसिएशन के पदाधिकारी और मेंबर इकट्ठे हुए. सरकार से मांग कर रहे है कि दिल्ली में सभी साप्ताहिक बाजारों को खोला जाए, जिससे लोगों के रोजगार दोबारा से चल सकें. सरकार ट्रायल के नाम पर इन लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, जबकि दिल्ली में और भी दुकानें लगातार खोली जा रही हैं. यदि सरकार इन लोगों को बाजार लगाने की अनुमति नहीं देगी तो दिल्ली में बाजार लगाने वाले हजारों लोग 1 अक्टूबर को मानव श्रृंखला बनाकर दिल्ली सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे और सभी सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करेंगे.
सरकार सख्ती से रखे ध्यान
दिल्ली में एक बार कोरोना महामारी फिर से पैर पसार रही है. जिसके चलते लगातार दिल्ली में केस भी सामने आ रहे हैं, जरूरत है की लोजी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए संयम बरतें ताकि कोरोना महामारी पर काबू पाया जा सके. यदि बाजार में किसी प्रकार की ढील दी जाती है तो कोई भी संक्रमित व्यक्ति हजारों लोगों में कोरोना संक्रमण फैला सकता है. सरकार इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए लोगों की मांग भी माने और सख्ती के साथ बाजार में आने वाले लोगों के ऊपर नजर भी रखें, तभी कोरोना महामारी काबू पाया जा सकता है.