नई दिल्ली:बदलते समय और जमाने के साथ चीजें और तरीके भी बदल गए हैं. पहले जहां लोगों को फोन पर बात करने के लिए लैंड लाईन का इस्तेमाल करते थे. वहीं आज लोग नई टेक्नोलॉजी से चलते-फिरते मोबाइल पर वॉयस और वीडियो कॉल जैसी सुविधाओं का लाभ लेकर अपनों से जुड़ जाते हैं. इसी तरह मैसेजिंग का तरीका भी आज पूरी तरह से बदल चुका है. जहां पहले लोग पोस्ट के जरिये अपने संदेश और चिट्ठियां एक दूसरे को भेजते थे और फिर जवाब के लिए कई दिनों तक इंतज़ार करते थे. वहीं आज कुछ पलों में ही लोग एक-दूसरे तक अपने संदेश और भावनाओं को जाहिर कर पाते हैं.
पहले, नए साल के साथ अन्य खुशी के मौके पर लोग ग्रीटिंग्स कार्ड भेज और देकर एक दूसरे को बधाई देकर अपनेपन और उनके खास होने का एहसास दिलाते थे, लेकिन टेक्नोलॉजी ने लोगों को
संदेश और बधाई देने का तरीका भी बदल दिया. आज कुछ पलों में ही वाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया एप के माध्यम से लोग एक दूसरे को बधाई संदेश दे देते हैं, वो भी बिना किसी अतिरिक्त खर्च के.
जबकि कुछ सालों पहले तक लोग हर मौके के लिए ग्रीटिंग्स कार्ड खरीदते थे. उसके लिए स्पेशली मार्केट जा कर पसंद के अनुसार ग्रीटिंग कार्ड खरीदते थे, लेकिन टेक्नोलॉजी ने ग्रीटिंग कार्ड का चलन ही खत्म कर दिया.