नई दिल्लीः बाहरी दिल्ली जिला के साइबर सेल थाना की पुलिस टीम ने ठगी के एक मामले का खुलासा करते हुए एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. यह ठग पोंजी स्कीम के तहत लोगों को 10 परसेंट डेली रिटर्न का झांसा देकर उन्हें बेवकूफ बना रहा था. लगभग 10 दिन के अंदर उसने 40 करोड़ से ज्यादा की रकम बैंक अकाउंट में डिपॉजिट कर ली थी. डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार, गिरफ्तार किए गए ठग की पहचान अक्षय संजय धनकुआ के रूप में हुई है. यह मूलतः महाराष्ट्र का रहने वाला है. इसके पास तीन मोबाइल, बैंक अकाउंट से कनेक्टेड सिम कार्ड और वाईफाई इसके ठिकाने से बरामद किया गया है.
पुलिस के अनुसार, चीटिंग की एक वारदात की शिकायत साइबर थाना में प्रकाश नाम के शख्स द्वारा की गई थी, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसने अपने दोस्त के संपर्क में आकर एक एप्लीकेशन को डाउनलोड किया था. इसमें यह कहा गया था कि जो अमाउंट वह उसमें इन्वेस्ट करेगा, उसे काफी बड़ा रिटर्न आएगा. पहले उसने मात्र 300 लगाया और उसे अगले दिन से 10 परसेंट रिटर्न आना चालू हो गया. जब उसे विश्वास हो गया तो उसने फिर और ज्यादा अमाउंट उसमें इन्वेस्ट कर दिया. अचानक 1 मार्च को वह एप्लीकेशन काम करना बंद कर दिया और उसका 21,300 रुपया फंस गया.
एसीपी ऑपरेशन अरुण कुमार चौधरी की देखरेख में इंस्पेक्टर संदीप पवार की टीम ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि ठगी का अमाउंट पीएनबी के बैंक में जमा हुआ है, जो भूमि इंफ्राटेक के नाम से बैंक अकाउंट में गया है. वह अकाउंट अक्षय संजय धनकुआ के नाम पर है. पुलिस टीम जांच करती हुई पश्चिम विहार के उस ठिकाने पर पहुंची, जहां बैठकर फर्जीवाड़ा कर रहा था. फिर उसे हिरासत में ले लिया गया. उससे पूछताछ हुई तो उसने बताया कि वह 10 परसेंट इंटरेस्ट का प्रलोभन देकर लोगों से ठगी करता था. पता चला कि उसने एक फर्जी वेबसाइट बना रखा था. उसके जरिए वह लोगों को संपर्क करता था. फिर उसके आधार पर लोगों को जाल में फंसाकर ठगी करता था.