नई दिल्लीः बाहरी जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने नीरज बवानिया गैंग के दो कुख्यात गैंगस्टरों को गिरफ्तार (Two gangsters of Neeraj Bawania gang arrested) किया है. जिनकी पहचान पंकज उर्फ पाकिया उर्फ गोली और आसिफ के रूप में हुई है. ये मोहन गार्डन और ओल्ड पालम रोड के किसान मंडी के रहने वाले हैं. इनके पास से एक पिस्टल, एक कट्टा, तीन जिंदा कारतूस और एक चोरी की बाइक बरामद की गई.
डीसीपी समीर शर्मा के अनुसार, बाहरी जिले में गैंगस्टरों के खिलाफ चलाये गए अभियान (Operation Clean Sweep) के तहत एसीपी ऑपरेशन और स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज (Delhi Police) की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम को नीरज बवानिया गैंग (Neeraj Bawania Gang) के दो कुख्यात गैंगस्टरों के बारे में सूचना मिली. जिस पर कार्रवाई करते हुए छापेमारी टीम का गठन किया गया. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर रणहौला विहार, गंदा नाला, श्मशान घाट के पास ट्रैप लगा कर बाइक पर सवार दो संदिग्धों को दबोच लिया.
नीरज बवानिया गैंग का दाे गैंगस्टर गिरफ्तार. इसे भी पढ़ेंःएनडीपीएस एक्ट मामले में वांछित भगोड़े को पुलिस ने दबोचा
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दोनों पहले भी दो-दो आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हैं. उन्होंने बताया कि विकास नगर के लाला नाम के शख्स से हथियार खरीदे थे. उन्होंने मंगोल पुरी में हत्या के प्रयास के एक मामले में भी शामिल होने का खुलासा किया. बताया कि लोगों में दहशत पैदा करने के लिए विजय बंसल नामक शख्स पर गोलियां चलाईं थी. पुलिस ने दोनों के खिलाफ रणहौला थाने में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार (Two gangsters of Neeraj Bawania gang arrested) कर लिया है. हथियार के सप्लायर लाला को पकड़ने की कोशिश कर रही है.
पालम गांव पुलिस ने भगौड़े को किया गिरफ्तारः
पालम गांव पुलिस ने दाे साल से फरार बदमाश को गिरफ्तार किया है. जिसकी पहचान राजकुमार के रूप में हुई है. यह पालम के मंगलापुरी का रहने वाला है. साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी मनोज सी. के अनुसार, एसीपी सुरेंद्र सिंह और एसएचओ पालम गांव लक्ष्मी नारायण सैनी की देखरेख में हेड कॉन्स्टेबल रामीवास स्वामी और सोनू की टीम ने इसे पकड़ने में कामयाबी पाई है.
पालम गांव पुलिस ने भगौड़े को गिरफ्तार किया. डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर ट्रैप कर इसे गिरफ्तार किया है. 2019 में पालम गांव में इसके खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किया गया था. लगातार फरार रहने की वजह से अक्टूबर 2020 में द्वारका कोर्ट ने इसे भगौड़ा घोषित कर दिया था.