नई दिल्ली:दिल्ली के बिंदापुर थाना इलाके में खुद को मध्य प्रदेश पुलिस का सस्पेंडेड थानेदार बताकर पीजी में रहने वाले छात्रों से लाखों की चीटिंग करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें एक पीड़ित की शिकायत पर बिंदापुर थाना में चीटिंग(420) की FIR दर्ज की गई गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
पुलिस को दी गई शिकायत में यश वर्धन शर्मा नाम के एक युवक ने पुलिस को बताया कि वह मूलतः यूपी के इटावा का रहने वाला है. एक साल से ज्यादा समय से बिंदापुर के मिलाप नगर में एक पीजी में रहकर रेडियोलॉजी की पढ़ाई कर रहा है. उसी के पीजी में उसी के कमरे में एक और शख्स लगभग आठ महीने से रह रहा था.जिसने अपना नाम विकास शर्मा बताया और उसने बताया कि वह मध्य प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पोस्ट पर है और फिलहाल किसी मामले में सस्पेंड चल रहा है.
वह कई महीने से इस पीजी में रह रहा था और इस दौरान उसने यश वर्धन को भी विश्वास में ले लिया और उसके परिवार वालों को भी. उसे गृह मंत्रालय में नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 1.80 लाख रुपए तीन किश्त में अकाउंट से लिए. लेकिन उसके बाद ना पैसा मिला और ना ही नौकरी. आरोपी जब एक दिन चुपचाप रात में बहाना बनाकर पीजी से निकल गया और वापस नहीं लौटा तब सबको ठगी का एहसास हुआ.इस मामले में बिंदापुर थाना की पुलिस टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से छानबीन कर रही है और ठगी करने वाले आरोपी की तलाश कर रही है.
यह भी पता चला है कि उस पीजी में रहने वाले और भी लड़के लड़कियों को भी उसने बेवकूफ बनाया है. यह मौका देखकर पहली जनवरी की रात फरार हो गया जब यश को ठगी का एहसास हुआ तो उसने इस मामले की लिखित शिकायत की. बिंदापुर थाना में 9 जनवरी को 420 के तहत FIR दर्ज हुआ है. पीड़ित ने बताया कि आरोपी के पास कुछ ऐसा नहीं था, जिससे कि शक हो कि वह पुलिस में नहीं है. उसके पास वर्दी था, उसके पास पुलिस की टोपी थी, पुलिस का बैच था और वह लोगों को भरोसे में लेने में कामयाब हो गया.
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