नई दिल्ली:दिल्ली की ग्रे लाइन मेट्रो का भूमिगत नजफगढ़ स्टेशन सबसे बड़ा स्टेशन है. इसकी लंबाई 288 मीटर है. इस सेक्शन को अगले हफ्ते आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इस लाइन पर द्वारका से नजफगढ़ जाने में केवल 6.20 मिनट का समय लगेगा.
अगले हफ्ते से मेट्रो की ग्रे लाइन में सफर कर सकेंगे लोग अभी इस सेक्शन पर हर साढ़े सात मिनट में मेट्रो सेवा मिलेगी. इस समय अवधि को भविष्य में कम किया जा सकता है. इस सेक्शन के खुलने से 274 स्टेशन के साथ मेट्रो नेटवर्क की लंबाई 377 किलोमीटर हो जाएगी.
अगले सप्ताह से कर सकेंगे सफर
मेट्रो के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल के अनुसार नजफगढ़ सहित आसपास रहने वाले हजारों लोग अगले हफ्ते से मेट्रो की ग्रे लाइन में सफर कर सकेंगे. इस ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग लंबे समय से मेट्रो का सपना देख रहे थे, जो डीएमआरसी ने पूरा कर दिया है. ब्लू लाइन पर द्वारका मेट्रो स्टेशन से इंटरचेंज कर नजफगढ़ के लिए ग्रे लाइन मेट्रो ले सकेंगे.
भूमिगत है नजफगढ़ स्टेशन
4.3 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन पर कुल 3 मेट्रो स्टेशन बनाये गए हैं. ये स्टेशन द्वारका, नंगली और नजफगढ़ हैं. इनमें से द्वारका और नंगली एलिवेटेड स्टेशन हैं, जबकि नजफगढ़ को भूमिगत बनाया गया है.
डंबल के आकार का है ये स्टेशन
अनुज दयाल ने बताया कि नजफगढ़ में जमीन की समस्या के चलते इसकी चौड़ाई कहीं 16 मीटर तो कहीं 40 मीटर है. इसकी वजह से इसे डंबल के आकार में बनाया गया है. ये पहला ऐसा स्टेशन है जिसके दोनों छोर पर पेड और अनपेड क्षेत्र बनाये गए हैं.
ये स्टेशन नजफगढ़ के अति व्यस्त दिल्ली गेट इंटरसेक्शन पर है. इसके बाहर मुख्य मार्केट और सरकारी स्कूल हैं. इस सेक्शन के बनने से नजफगढ़ रोड पर जाम की समस्या से भी लोगों को राहत मिलेगी.
तीनों स्टेशनों पर हैं सोलर प्लांट
डीएमआरसी के अनुसार तीनों ही स्टेशन पर सोलर पावर प्लांट लगाए गए हैं. द्वारका स्टेशन पर 175 किलोवाट, नजफगढ़ डिपो पर 182 किलोवाट और नंगली स्टेशन पर 240 किलोवाट ले सोलर पावर प्लांट लगाए गए हैं. इस सेक्शन से कुल 597 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा. अभी डीएमआरसी पूरे नेटवर्क में 30 मेगावाट बिजली उत्पादित करती है.
मेट्रो नेटवर्क की सबसे छोटी लाइन
डीएमआरसी के अनुसार ग्रे मेट्रो लाइन फिलहाल मेट्रो नेटवर्क की सबसे छोटी लाइन है. अभी इसकी लंबाई 4.2 किलोमीटर है. इसको 1.2 किलोमीटर आगे बढ़ाकर ढांसा स्टैंड तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए काम शुरू हो चुका है, लेकिन इसे पूरा करने में दिसंबर 2020 तक का समय लग सकता है. इस सेक्शन के तैयार होने पर ये मेट्रो लाइन 5.4 किलोमीटर लंबी हो जाएगी.