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द्वारका नसीरपुर रैन बसेरे में रुकने की पूरी व्यवस्था, बस चाय की कमी

राजधानी दिल्ली में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. ऐसे में कोई खुले में न सोए इसलिए दिल्ली सरकार ने कई रैन बसेरों का निर्माण कराया है. दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के द्वारका नसीरपुर में भी रैन बसेरा बना हुआ है. यहां गर्म कपड़ों की व्यवस्था भी कराई गई है.

Complete arrangement to stay in Dwarka Nasirpur night shelter
द्वारका नसीरपुर रैन बसेरे में रुकने की पूरी व्यवस्था

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Published : Dec 21, 2020, 5:14 AM IST

नई दिल्ली:राजधानी में हाड़ कांपती ठंड ने लोगों की हालत खराब कर दी है. ऐसे में द्वारका विधानसभा में दो रैन बसेरे दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड ने बनाये हुए हैं. रात में बेसहारा लोग दिल्ली सरकार के रैन बसेरे में अपनी रात काटते हैं. द्वारका नसीरपुर में बने रैन बसेरे में 18 लोग अपनी रात गुजार रहे हैं. लेकिन इतनी कड़ाके की ठंड में सुबह की चाय नहीं मिलती है, जिससे हाड़ कांपती ठंड से कुछ राहत ले मिल सके.

द्वारका नसीरपुर रैन बसेरे में रुकने की पूरी व्यवस्था



द्वारका नसीरपुर रैन बसेरे में गर्म बिस्तर तैयार
द्वारका विधानसभा नसीरपुर में बने दिल्ली सरकार के रैन बसेरे में जिला प्रशासन की तरफ से पूरी सुविधाएं दी हुई हैं. रैन बसेरे में जनपल संस्था की मद्द से गार्ड रखा गया है. रेन बसेरे की देख रेख करने वाले सागर कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि गर्म गद्दे, गर्म कम्बल, रजाई, गर्म पानी की सुविधा यहाँ पर है. बेसहारा लोगों के लिए बसेरा 24 घण्टे खुला रहता है. सरकार की तरफ से अभी सर्दी के महीनों में सुबह की चाय उपलब्ध नहीं है.

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मंगलापुरी में टेंट लगाकर बनाया गया रैन बसेरा
द्वारका नसीरपुर में सालों से बने रैन बसेरे में रहने वाले आम नागरिक ने बताया कि द्वारका नसीरपुर रैन बसेरे में कड़ाके की ठंड होने पर अभी तक सुबह शाम की चाय नहीं मिलती. गर्म गद्दे, गर्म कम्बल, रजाई दी जाती है. वहीं दिल्ली सरकार ने मंगलापुरी पुल के नीचे नया रैन बसेरा 10 बिस्तरों का बनाया है. जन पहल के गार्ड विजय सिंह ने बताया कि बेसहारा लोगों के लिए सरकार और जिला प्रशासन सहारा बनकर आये हैं, जिससे कड़ाके की ठंड से बच सकें. खुले आसमान के नीचे कोई ना सोये. यहां सर्दी से बचने के लिए सुविधाएं दी गई हैं. अभी 6 से 8 लोग ही रात को सोने के लिए आ रहे हैं.

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