नई दिल्ली: राजधानी में द्वारका जिला के उत्तम नगर में युवक की सड़क पर पत्थर मारकर हत्या करने के मामले में परिजनों ने कहा है कि इलाज में देरी के चलते युवक ने दम तोड़ दिया. इसके पीछे दो अस्पतालों की लापरवाही सामने आई है. दरअसल दोनों अस्पतालों ने शुभम को भर्ती करने से मना कर दिया था. हत्या को लेकर दर्ज की गई एफआईआर में शुभम के दोस्त ने अस्पतालों की लापरवाही की भी बात बताई है.
समय पर नहीं मिला इलाज: द्वारका के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा है कि इसकी जांच की जा रही है. मृतक के परिवार वालों ने सीएम केजरीवाल से अस्पताल पर भी कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि अगर समय पर इलाज किया जाता तो शुभम की जान बच सकती थी. उन्होंने बताया कि वे शुभम को पहले महेंद्रु हॉस्पिटल लेकर गए, जहां उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया गया. इसके बाद शुभम का दोस्त उसे कंधे पर लेकर मग्गो हॉस्पिटल ले गया और यहां भी उसे भर्ती करने से मना कर दिया गया. साथ ही उन्होंने पुलिस पर मामले को लेकर टाल-मटोल करने का आरोप लगाया.
हॉस्पिटल पहुंचने में लगा समय:इतना ही नहीं, शुभम को गांधी नर्सिंग होम ले जाया गया, जहां पहुंचने में डेढ़ घंटे का समय लग गया और ज्यादा खून बहने की वजह से शुभम की मौत हो गई. परिजनों ने कहा कि दिल्ली सरकार कहती है कि पहले इलाज होना चाहिए, लेकिन अस्पतालों की लापरवाही के चलते शुभम का दोस्त उसे खून से लथपथ अवस्था में कंधे पर लेकर अस्पतालों का चक्कर लगाता रहा. अस्पतालों की लापरवही की वजह से ही शुभम की जान गई है.